राजस्थानी कहावत माथा पे बैठावानो Matha Pe Baithavano Rajasthani Kahavate

अर्थ: हिंदी: किसी व्यक्ति या चीज़ को विशेष महत्व देना।
अंग्रेज़ी: To give special importance to someone or something.
राजस्थानी भाषा में वाक्य:
 
राजस्थानी कहावत माथा पे बैठावानो Matha Pe Baithavano Rajasthani Kahavate

"राम लाल ने घणी मेहनत करी, फेर भी उसनै कोनी माता पे बैठावानो।"
हिंदी में वाक्य का अर्थ:

राजस्थानी कहावत माता पे बैठावानो

रामलाल ने बहुत मेहनत की, लेकिन उसे विशेष महत्व नहीं दिया गया।
अंग्रेजी में वाक्य का अर्थ: Ram Lal worked very hard, but he wasn’t given the importance he deserved.

राजस्थानी कहावत "माता पे बैठावानो" एक गहरी सांस्कृतिक अवधारणा को दर्शाती है। इसका तात्पर्य यह है कि किसी व्यक्ति, वस्तु, या परिस्थिति को विशिष्ट दर्जा देना या विशेष रूप से महत्व देना। यह कहावत उस स्थिति में उपयोग होती है जब किसी को आदर-सम्मान या प्राथमिकता दी जाती है। इस कहावत का प्रयोग यह समझाने के लिए भी होता है कि यदि आप किसी चीज़ को आवश्यक स्थान नहीं देंगे, तो उसकी अहमियत खो सकती है। यह हमें जीवन में संतुलन बनाए रखने और सही चीजों को प्राथमिकता देने की प्रेरणा देता है।

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
राजस्थानी कहावतों का महत्व, माता पे बैठावानो का हिंदी अर्थ, राजस्थानी भाषा की प्रमुख कहावतें, कहावतें और उनके हिंदी अर्थ,
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस साईट पर आपका स्वागत है, मैं राजस्थानी भाषा के मुहावरो के विषय पर यहाँ लिखती हूँ. आप राजस्थानी भाषा के शब्दों का अर्थ भी यहाँ जान सकते हैं, इसके अतिरिक्त आप राजस्थानी फोक सोंग्स का भी अर्थ यहाँ देख सकते हैं. इस साईट पर आप मेरे द्वारा लिखे लेख पढ़ सकते हैं...अधिक पढ़ें

+

एक टिप्पणी भेजें