नगारा रौ ऊँट मीनिंग Nagara Ro Unt Rajasthani Kahavat

नगारा रौ ऊँट- निर्लज्ज या ढीठ

अर्थ (हिंदी में): यह कहावत ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयोग होती है जो अत्यधिक निर्लज्ज या ढीठ हो और अपने व्यवहार में सुधार न लाए। जब कोई व्यक्ति जानबूझ कर जड़बुद्धि वाला बन जाए तब भी उसे नगारा का ऊंट कहते हैं, क्योंकि बार बार कहने का भी उस पर कोई असर नहीं होता है.

Meaning (in English): This proverb refers to a person who is extremely shameless or stubborn, unwilling to mend their ways.
राजस्थानी वाक्य में उपयोग:

नगारा रौ ऊँट- निर्लज्ज या ढीठ

"रामलाल तो नगारा रौ ऊँट हो ग्यो, कोई भी बात समझावतो ई ना है।"
रामलाल बिल्कुल निर्लज्ज और ढीठ हो गया है, उसे कोई भी बात समझाई नहीं जा सकती।
Ramlal has become completely shameless and stubborn; no advice or correction works on him.
Detailed Explanation (in English):

The phrase "Nagara ro Unt" metaphorically describes a person whose behavior is as conspicuous and unchanging as a camel carrying a drum. The camel neither acknowledges the drum’s sound nor changes its path, symbolizing an individual who is shameless and resistant to criticism or improvement, regardless of how evident their faults might be.


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