राजस्थानी कहावत नौ-नौ ताळ कूदणौ Rajasthani Kahavat

राजस्थानी कहावत नौ-नौ ताळ कूदणौ Rajasthani Kahavat


अर्थ हिंदी : में थोड़ी-सी खुशी या लाभ का अत्यधिक प्रदर्शन करना।
अंग्रेज़ी में: Exaggerating or overly celebrating for a small happiness or gain.

नौ-नौ ताळ कूदणौ

मोहन कै बोर्ड परी पास होयो तो घणो खुश होके, नौ-नौ ताळ कूदणौ लाग गयो।
हिंदी में: मोहन बोर्ड परीक्षा में पास हुआ तो अत्यधिक खुश होकर दिखावा करने लगा।
Mohan passed his board exam and started showing off excessively.

इस कहावत का उपयोग तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति छोटी-सी उपलब्धि को अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने लगता है। यह व्यवहार समाज में कभी-कभी हास्यास्पद प्रतीत होता है। यह कहावत हमें सादगी और संतुलन बनाए रखने का संदेश देती है, चाहे खुशी कितनी भी बड़ी क्यों न हो।

"नौ-नौ ताळ कूदणौ" कहावत यह दर्शाती है कि जीवन में संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। खुशियाँ बांटना अच्छी बात है, लेकिन जब छोटी-सी खुशी या लाभ को अतिशयोक्ति के साथ प्रस्तुत किया जाता है, तो यह दूसरों को अनुचित और हास्यास्पद लग सकता है।

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