वे कान्हा झलते नहीं जांदे मुझसे भजन

वे कान्हा झलते नहीं जांदे मुझसे तेरे नखरे भजन

वे कान्हा झलते नहीं जांदे मुझसे तेरे नखरे,
तेरे नखरे तो दुनिया से वखरे।
मैं नहीं कहता राधा, झल तू मेरे नखरे,
मेरे नखरे तो दुनिया से वखरे।

छोटी-छोटी बात पर तू रूठ-रूठ बैठता है,
चाहता है कि तू कुछ भी न मुंह से कहता है।
मैं मिन्नतें कर-कर थक गई हूं,
तेरे नखरे तो दुनिया से वखरे।

अगर तू चाहे, तेरे कहने पर उठूं-बैठूं, हंसूं मैं,
तेरे इशारों पर दिन-रात नाचूं मैं।
मुझसे गुलामी नहीं होती, रह तू दूर-दूर,
मेरे नखरे तो दुनिया से वखरे।

कौन तेरे बिना कभी हुक्म चला पाया है,
मेरा कसूर बस इतना कि तुझे दिल में बसाया है।
रह नहीं सकता तुझसे, देवी, एक पल दूर,
तेरे नखरे तो दुनिया से वखरे।

कभी कहता है मुझसे बंसी बजाने को,
कभी करता है जिद रास रचाने को।
हर-हर जिद तेरी मुझे अखरती है,
मेरे नखरे तो दुनिया से वखरे।

सुन ले, यशोदा मैया, कान्हा को मनाने ले तू,
हर वक्त लड़ता रहता है, इसे समझा ले तू।
बातें मीठी भी कभी इसके साथ कर लिया कर,
इसके नखरे तो दुनिया से वखरे।


कान्हा तेरे नखरे I Kanha Tere Nakhre I CHANDERKANTA GABA, PALLAVI GABA I New Latest Audio Song

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"कान्हा" शब्द भगवान श्रीकृष्ण का एक प्रिय नाम है, जो उनके बाल्यकाल के संदर्भ में प्रयुक्त होता है। यह नाम उनकी सुंदरता, आकर्षण और लीलाओं को दर्शाता है। शाब्दिक रूप से, "कान्हा" का अर्थ "युवा" या "भगवान कृष्ण" होता है, दार्शनिक दृष्टि से, "कान्हा" प्रेम, भक्ति और आनंद का प्रतीक है। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएँ जीवन में प्रेम, करुणा और आध्यात्मिकता के महत्व को दर्शाती हैं। उनकी शिक्षाएँ आत्मा और परमात्मा के मिलन की ओर इंगित करती हैं, जो भक्ति मार्ग का सार है।
 
Krishna Bhajan: Kanha Tere Nakhre
Singers: Chanderkanta Gaba, Pallavi Gaba
Music Director: Jeetu Gaba
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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