बाबा
खाटू श्यामजी को कलयुग के पालनहार और शीश के दानी के रूप में पूजा जाता
है। उनकी महिमा अपरंपार है। जो भी सच्चे मन से उन्हें याद करता है, उसकी हर
मनोकामना पूरी होती है। बाबा श्याम के दरबार में श्रद्धालु जय श्री श्याम
के जयकारे लगाकर अपनी भक्ति प्रकट करते हैं। बाबा श्यामजी की भक्ति में
निशान यात्रा का विशेष महत्व है। भक्तजन सिर पर निशान/ध्वज लेकर पैदल चलते
हुए खाटू धाम पहुंचते हैं और बाबा को समर्पित करते हैं। यह यात्रा श्रद्धा,
समर्पण और भक्ति का प्रतीक है। जो भी निशान अर्पित करता है, उसे बाबा का
विशेष आशीर्वाद मिलता है और उसके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। बाबा
श्याम की कृपा जिस पर होती है, वह जीवन में कभी हारता नहीं, क्योंकि बाबा
अपने भक्तों के हर दुःख का निवारण कर देते हैं। जय श्री श्याम।
Aaja Laaj Bachane | आजा अब तो लाज बचाने ओ हारे के सहारे | Khatu Shyam Latest Bhajan | Mohit Goyal