मुए को हरी देत है, कपड़ा लकड़ी आग। जीवित नर चिंता करे, ताको बड़ो अभाग।।
(मुखड़ा) बीरा रे पहली कमाई थारी परखो, ऐ पाछे रे कियो पछताए। बीरा रे मूल घमायो कियो मुरखो, जियोरी जनम चौरासी में जाए। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
(अंतरा 1) बीरा रे पाच खाणो रो गढ़ परखो,
ए ज्यारे ओले ओले उभा हरिया रे। बीरा रे सतगुरु खोदे खेलता, जिउरी बयार फरे रे बलाए। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
(अंतरा 2) बीरा रे बोदी वाड़ पे लैश री, ऐ जियोरी पग रे दिधोड़ी ढल जाए। बीरा रे नुगरा ने समझावता, जियोरी पत सुगरा री जाए। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
(अंतरा 3) बीरा रे वेला जांती वोनिए,
Rajasthani Bhajan Lyrics Hindi
ऐ जियोरी धुर लग झेले रे भार। बीरा रे भिड़ पड़े रे विश्रामे, जिओरी सैब रा ससियार। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
(अंतरा 4) बीरा रे तेरे गुनोरी गणविधि छोड़िए, ऐ जब तख पिंजरे में स्वास। बीरा रे प्राण पिंजरिया में वेरो पड़े, ए जियोरी गुरुगम कबु ना जाए। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
(अंतरा 5) बीरा रे दोइलो मरगियो गुरुदेव रो,
ऐ असल खोदा री धार। बीरा रे धार धरणे पग मेलजो, जियोरी इनवाइड उतरो रे पार। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
(पुनरावृत्ति मुखड़ा) बीरा रे पहली कमाई थारी परखो, ऐ पाछे रे कियो पछताए। बीरा रे मूल घमायो कियो मुरखो, जियोरी जनम चौरासी में जाए। बीरा रे भजन विचारो भावरा भाव्या, ए जूना जोगिया।।
वीरा रे पहली कमाई थारी पारख ले जैतपुरी गौशवामी नोहरा राजाराम साउंड मिठावी
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