म्हानै सूरजगढ़ को निशान भाया

म्हानै सूरजगढ़ को निशान भाया

(मुखड़ा)
म्हानै सूरजगढ़ को निशान भाया,
प्यारो लागे रे...
म्हानै सूरजगढ़ को...

(अंतरा 1)
शीर्ष पे थारे मोरपंख रे, मोरपंख पे कमर बंधा,
बिजणी भारे छम-छम नाचे, रुतबो न्यारो रे,
प्यारो लागे रे...

(अंतरा 2)
सूरज, चाँद, सितारे चमकें, गौ माता भी दूध दे री,
बीच में लीले घोड़े पे, श्याम हमारो रे,
प्यारो लागे रे...

(अंतरा 3)
डोरी पकड़ले दीनू इंदोरिया, रामेश्वर भगत कह्यो रे,
जे डोरी तू नाहीं छोड़ी, तो श्याम तिहारो रे,
प्यारो लागे रे...


Shyam ki dunia diwani (surajgarh ka nishan)

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
the Album's "Shyam ki dunia diwani" his Singer's Dinu Indoria from Surajgarh ,jhunjhunu,Rajasthan (09887045766) ...
 
सूरजगढ़ के श्याम का निशान हृदय को भा गया, प्रेम की मस्ती में मन डूबा। माथे पर मोरपंख, कमर पर बंधा बिजणी, और छम-छम नाचता रूप अनुपम। सूरज, चाँद, तारे चमकें, गऊ माता दूध दे, और बीच में लीलो घोड़ा लिए श्याम का दर्शन मन मोह ले। डोरी थामे भक्त इन्दोरिया की पुकार, रामेश्वर का विश्वास—जो श्याम की डोरी न छोड़े, वह उनका हो जाए। यह भक्ति का रंग है, जहाँ श्याम का रूप, उनका निशान, और भक्त का समर्पण आत्मा को उनके प्रेम में रंग देता है।
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post