
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
तुलसीदास कवितावली हिंदी में Tulsidas Kavitawali राम प्रेम की प्रधानता कनककुधरु केदारु, बीजु सुंदर सुरमनि बर। सींचि कामधुक धेनु सुधामय पय...
तुलसीदास कवितावली कृपाँ जिनकीं कछु काजु नहीं, न अकाजु कछू जिनकें मुखू मोरे। करैं तिनकी परवाहि ते, जो बिनु पूँछ-बिषान फिरैं दिन दौरें॥ त...
तुलसीदास कवितावली तुलसीदास कवितावली ६१ जे रजनीचर बीर बिसाल, कराल बिलोकत काल न खाए। ते रन-रोर कपीसकिसोर बड़े बरजोर परे फग पाये॥ लूम लपेट...
कवितावली भजन तुलसी दास कवितावली (३१-६०) बड़ो बिकराल बेषु देखि, सुनि सिंघनादु, उठ्यो मेघनादु, सबिषाद कहै रावनो। बेग जित्यो मारुतु, प्...
कवितावली तुलसी दास श्रीसीतारामभ्यां नमः कवितावली तुलसी दास (बालकाण्ड) रेफ आत्मचिन्मय अकल, परब्रह्म पररूप। हरि-हर-अज-वन्दित-चरन, अगुण अनीह...