RavidaasBhajanLyrics

संत रविदास अमृतवाणी दोहावली

संत रविदास अमृतवाणी दोहावली भजन   हरि सा हीरा छांड कै, करै आन की आस ते नर जमपुर जाहिंगे, सत भाषै रविदास। हरी रूपी रत्न को छोड़कर, माया की आशा...

Saroj Jangir

चरणों में सतगुरु के प्रणाम भजन

Charano Me Satguru Ke Pranaam Likh De   लिखने वाले, लिखने वाले, लिखने वाले ये पैगाम लिख दे, चरणों में सतगुरु के प्रणाम लिख दे। आँखों में तू ...

Saroj Jangir