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त्वमेव माता च पिता त्वमेव अर्थ सहित

त्वमेव माता च पिता त्वमेव अर्थ सहित   त्वमेव माता च पिता त्वमेव। त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।। त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव। त्वमेव सर्...

Saroj Jangir 2

श्लोक क्या होता है जानिये अर्थ और महत्त्व

श्लोक का शाब्दिक अर्थ निम्नलिखित है: १. आवाज, ध्वनि, शब्द। २. पुकारने का शब्द, आह्वान, पुकार। ३. प्रशंसा, स्तुति। ४. कीर्ति, यश। ५. किसी गुण...

Saroj Jangir