
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
वन्दना अभिनन्दना हे देव शत शत वन्दना भजन वन्दना अभिनन्दना हे देव शत शत वन्दना। कोटि कण्ठो से निनादित श्री एकनाथ की अर्चना॥धृ॥ बालपन का बुध...
हे विवेकानन्द स्वामी भजन हे विवेकानन्द स्वामी। सकल जग के महाराज ॥ अवतरे निज धाम तज तुम साधन जगत हिताय काज ॥ अमित तेज अपार विक्रम । हर रहे ...