
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
एक एक बार सब सँग बीती तुम जाणों मजबूत बणा रखणा मन में, दिल को दुःख दरियाव दरसावणा नाईं, चलणों रीत बडेरा (बुजुर्ग ) की, बिन स्वार्थ बैर बसा...
ऐसो नहीं है जनम बारम्बार भजन ऐसो नहीं है जनम बारम्बार, पूरब ले ( पूर्व के ) पुण्य पायो रे प्राणी, मानुष जनम अवतार, गरब में तुम कौल कियो रे...
जाग रे नर जाग दिवाना अब तो बन्दा जाग सुता सूता क्या करो, और गोविन्द रा गुण गाय, तेरे सर जम खड़ा, और खुरच खुरच ने खाय, जाग रे नर जाग दिवाना,...
राम सुमर ले सुकरत कर ले प्रथम निवण मेरे मात पिता ने, जिनसे रचियो शरीर, दूजो नीवण म्हारां गुरुदेव ने, तो कियो भजन में सीर (हिस्सेदारी ) त...