बोल सूवा राम राम मीठी मीठी भजन
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
सोने के री तार सूवा पिंजरो बनाओ रे,
पिंजरे रे मोटी रा री झालरी लगओ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
घीवात मिठाई मेवा लापसी जिमाओ रे
आ बदेरो रस तनने घोल घोल पाऔ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
चंपा के री डाल सूवा हिंडोलो घलाओ रे,
हिंडोले बितके तनने हांत सू झुलौऊ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
पगल्यारे माही थाने पेंज़ाना पेराव रे,
मीरा गिरधारी शराने आए सुख पाऔ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
सोने के री तार सूवा पिंजरो बनाओ रे,
पिंजरे रे मोटी रा री झालरी लगओ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
घीवात मिठाई मेवा लापसी जिमाओ रे
आ बदेरो रस तनने घोल घोल पाऔ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
चंपा के री डाल सूवा हिंडोलो घलाओ रे,
हिंडोले बितके तनने हांत सू झुलौऊ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
पगल्यारे माही थाने पेंज़ाना पेराव रे,
मीरा गिरधारी शराने आए सुख पाऔ रे,
बोल सूवा राम राम मीठी मीठी वाणी रे,
Bol Suva Ram Ram - The Ultimate Devotional Bhajan | Popular Ram Bhajan | Satish Dehra
सखी, जब मन में राम का नाम गूंजता है, तो वाणी में मिठास आ ही जाती है। जैसे तोता सोने के पिंजरे में बैठे, उसकी आवाज और भी सुरीली लगती है। उस पिंजरे को मोतियों की झालर से सजाओ, तो सुंदरता में चार चाँद लग जाते हैं। ठीक वैसे ही, भक्ति का रंग जब मन पर चढ़ता है, तो हर शब्द राम-राम बनकर निकलता है।
घी की मिठाई, मेवे और लापसी का स्वाद तो बस एक बहाना है—असली रस तो उस प्रेम में है, जो हर सांस में घुल जाता है। जैसे बादल बरसते हैं, वैसे ही यह प्रेम मन को तर करता है। चंपा की डाल पर हिंडोला डाल दो, और उसमें बैठकर हौले-हौले झूलो—वह शांति, वह सुख, जैसे प्रभु खुद हाथों से थपकी दे रहे हों।
पैरों में पैंजनी पहनाकर, मन को उनके चरणों में बाँध दो। मीरा ने भी तो यही किया—गिरधारी की शरण में आकर सच्चा सुख पाया। हर कदम, हर शब्द में बस वही नाम गूंजे, वही मिठास बरसे।
घी की मिठाई, मेवे और लापसी का स्वाद तो बस एक बहाना है—असली रस तो उस प्रेम में है, जो हर सांस में घुल जाता है। जैसे बादल बरसते हैं, वैसे ही यह प्रेम मन को तर करता है। चंपा की डाल पर हिंडोला डाल दो, और उसमें बैठकर हौले-हौले झूलो—वह शांति, वह सुख, जैसे प्रभु खुद हाथों से थपकी दे रहे हों।
पैरों में पैंजनी पहनाकर, मन को उनके चरणों में बाँध दो। मीरा ने भी तो यही किया—गिरधारी की शरण में आकर सच्चा सुख पाया। हर कदम, हर शब्द में बस वही नाम गूंजे, वही मिठास बरसे।
Song Name: Bol Suva ram
Album Name: Harijas part-1
Singer: Satish Dehra, Seema Mishra
Lyricist: Modified Traditional
Music Director: Ramlal Mathur
Album Name: Harijas part-1
Singer: Satish Dehra, Seema Mishra
Lyricist: Modified Traditional
Music Director: Ramlal Mathur
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Author - Saroj Jangir
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