तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना, इसे मैं उठाने के काबिल नहीं हूं, आ तो गया हूं मगर जानता हूं, तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूं।
यह माना कि दाता हो तुम कुल जहां के,
झोली फैलाऊं कैसे तेरे दर पे आके, जो पहले दिया है वही कम नहीं है, मैं ज्यादा उठाने के काबिल नहीं हूं।
जमाने की चाहत में खुद को भुलाया, ऋषियों ने संतजनों ने कितना समझाया, गुनाहगार हूं मैं सजावार इतना, तुझे मुंह दिखाने के काबिल नहीं हूं।
Ram Bhajan Lyrics in Hindi RaamBhajanLyrics
तमन्ना यही है कि सिर को झुका दूं, तेरा दीदार एक बार जी भर के पा लूं, सिवा दिल के टुकड़े के ऐ मेरे दाता, मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूं।
तुम्हीं ने अदा की मुझे जिंदगानी, महिमा तेरी मैंने फिर भी ना जानी, कर्जदार हूं तेरी दया का मैं इतना, जिसे मैं चुकाने के काबिल नहीं हूं।
भगवान की कृपा अपरम्पार है। हम तो उसकी कृपा के योग्य भी नहीं है फिर भी भगवान हम पर हर पल अपनी कृपा बरसाता है। हमारी गलतियों के बावजूद भगवान हमेशा प्रेम और दया दृष्टि रखते हैं। उसकी मेहरबानी से ही हमें सुख, शांति और जीवन मिला है।
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना इस सुन्दर भजन की एक बार जरूर सुने
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।