घुंघटीयो आड़े आ गयो जी भजन

घुंघटीयो आड़े आ गयो जी भजन

घुंघटियो आड़े आग्यो जी,
घुंघटियो, ओ घूंघटियों,
घुंघटीयो आड़े आग्यो जी,
ओ घुंघटियो आड़े आग्यो जी,
थाने देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटीयो आड़े आग्यो जी,
थानें देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़े आग्यो जी।

म्हारो माथो, ओ महारो माथो,
म्हारो माथो चक्कर खाग्यो जी,
म्हारो माथो चक्कर खाग्यो जी,
थाने देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटीयो आड़ आग्यो जी,
थानें देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़े आग्यो जी।

गिगलियो, ओ गिगलियो,
गिगलियो बिलखन लाग्यो जी,
गिगलियो बिलखन लाग्यो जी,
थाने देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़ आग्यो जी,
थानें देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़े आग्यो जी।

वो बणियो, वो बणियो,
वो बणियो म्हानें सरकाग्यो जी,
वो बणियो म्हाने सरकाग्यो जी,
थाने देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़ आग्यो जी,
थानें देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़े आग्यो जी।

म्हारो हिवड़ो, ओ म्हारो हिवड़ो,
म्हारो हिवड़ो भर भर आग्यो जी,
म्हारो हिवड़ो भर भर आग्यो जी,
शुभम रूपम के तू मिल जे,
घुंघटियो आड़ आग्यो जी,
थानें देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़े आग्यो जी।

घुंघटियो आड़े आग्यो जी,
घुंघटियो, ओ घूंघटियों,
घुंघटीयो आड़े आग्यो जी,
ओ घुंघटियो आड़े आग्यो जी,
थाने देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटीयो आड़े आग्यो जी,
थानें देख कोणी पाई बाबा श्याम,
घुंघटियो आड़े आग्यो जी।
 

Ghunghatiyo Ade Agayo By Shubham Rupam Bajoria

Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji,
Ghunghatiyo, O Ghunghatiyon,
Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji,
O Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji,
Thaane Dekh Koni Pai Baaba Shyaam,
Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji,
Thaanen Dekh Koni Pai Baaba Shyaam,
Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji. 
 
बाबा श्याम के दर्शन की लालसा में भक्त का मन व्याकुल है, जैसे प्यासा मेघों को ताके। घूंघट की आड़ में छिपा चेहरा, मन का चक्कर, आँखों का बिलखना—सब उनकी एक झलक पाने की तड़प है। हृदय भर आया, जैसे नदी उफान पर हो, पर बाबा का रूप नजर नहीं आया। वह बनिया, जो रास्ता सरकाता है, भक्त की राह में बाधा बनता है, पर श्याम के प्रति प्रेम अडिग है।

यह पुकार सिर्फ शब्दों की नहीं, हृदय की गहराई से निकली है। घूंघट हटाओ, मन को खोलो, क्योंकि बाबा श्याम तो हृदय में ही बसे हैं। उनकी एक नजर सारी व्यथा हर लेती है, जैसे सूरज धुंध को चीर देता है। शुभम रूपम के दर्शन की आस में भक्त बस यही माँगता है—बाबा, आकर मिल जाओ। सच्ची भक्ति से पुकारो, श्याम सदा सुनते हैं।
 
singer : Shubham Rupam
Lyrics : Shubham Rupam
Music : Deepankar Saha
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