Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji, Ghunghatiyo, O Ghunghatiyon, Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji, O Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji, Thaane Dekh Koni Pai Baaba Shyaam, Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji, Thaanen Dekh Koni Pai Baaba Shyaam, Ghunghatiyo Aade Aagyo Ji.
बाबा श्याम के दर्शन की लालसा में भक्त का मन व्याकुल है, जैसे प्यासा मेघों को ताके। घूंघट की आड़ में छिपा चेहरा, मन का चक्कर, आँखों का बिलखना—सब उनकी एक झलक पाने की तड़प है। हृदय भर आया, जैसे नदी उफान पर हो, पर बाबा का रूप नजर नहीं आया। वह बनिया, जो रास्ता सरकाता है, भक्त की राह में बाधा बनता है, पर श्याम के प्रति प्रेम अडिग है।
यह पुकार सिर्फ शब्दों की नहीं, हृदय की गहराई से निकली है। घूंघट हटाओ, मन को खोलो, क्योंकि बाबा श्याम तो हृदय में ही बसे हैं। उनकी एक नजर सारी व्यथा हर लेती है, जैसे सूरज धुंध को चीर देता है। शुभम रूपम के दर्शन की आस में भक्त बस यही माँगता है—बाबा, आकर मिल जाओ। सच्ची भक्ति से पुकारो, श्याम सदा सुनते हैं।
singer : Shubham Rupam Lyrics : Shubham Rupam Music : Deepankar Saha