मैं आता रहूं दरबार सांवरे भजन

मैं आता रहूं दरबार सांवरे

मैं आता रहूँ दरबार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे,
मैं पाता रहूँ तेरा प्यार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे।

मेरी सारी दौलत बाबा,
तेरे चरण की धूलि,
तूने उस पल याद रखा जब,
सारी दुनिया भूली,
करना यूँही उपकार सांवरे,
करना यूँही उपकार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे।

अपने बने पराए सारे,
तूने साथ निभाया,
धक्के खाए जग वालो से,
तूने हाथ फिराया,
यु ही फिराना हर बार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे।

सर से लेकर पाँव तलक तक,
तेरा कर्जा है बाबा,
सोच नहीं सकता था उससे,
दिया है तूने ज्यादा,
श्याम का तू ही संसार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे।

मैं आता रहूँ दरबार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे,
मैं पाता रहूँ तेरा प्यार सांवरे,
मैं आता रहूँ दरबार सांवरे।

आता रहूं दरबार सांवरे | पाता रहूं तेरा प्यार सांवरे | Aata Rahu Darbar Sanwre | Ginny Kaur

Main Aata Rahoon Darabaar Saanvare,
Main Aata Rahoon Darabaar Saanvare,
Main Paata Rahoon Tera Pyaar Saanvare,
Main Aata Rahoon Darabaar Saanvare.

श्याम बाबा का दरबार साधक के लिए प्रेम और आश्रय का ठिकाना है, जहाँ वह बार-बार लौटता है और साँवरे का प्यार पाता है। उनकी चरण-धूलि साधक की सबसे बड़ी दौलत, जो उस पल को याद रखते हैं जब दुनिया ने उसे भुला दिया। अपनों ने पराया किया, जग ने ठोकरें दीं, पर श्याम ने हमेशा साथ निभाया, करुणा का हाथ फेरा। साधक पर उनका कर्ज अनंत, उसने सोचा न था, इतना अधिक प्यार और सहारा मिलेगा। श्याम ही साधक का संसार है। यह श्याम भक्ति का आलम है, जहाँ साधक उनके दर पर लौट-लौटकर कृपा, प्रेम और विश्वास से जीवन को समृद्ध करता है।

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