लीले घोड़े पे होके सवार
लीले घोड़े पे होके सवार
लीले घोड़े पे होके सवार,
सांवरिया आ जाओ
आ जावो श्याम आ जावो
भक्तो का मान बड़ा जाओ,
माहरी नैया लगाने पार संवारा आ जाओ,
लीले घोड़े पे होके सवार
खाटू वाले जय बाबा,
ओ लीले वाले जय बाबा,
मेरे कश्ट मिटाये जय बाबा,
तेरी महिमा गाये जय बाबा,
लीले चढ़ का कर आओ म्हारा बाबा,
भक्त कर उपकार,
सुन लो अर्ज हमारी बाबा दर्शन दो इक बार,
थारी महिमा बड़ी अपार,
सांवरिया आ जाओ..
देवो का देव ये निराला,
श्याम धनी दातार,
अटकी नइयां पार करे गा बाबा खेवन हार,
कलयुग के हो अवतार सांवरियां आ जाओ,
खाटू वाले जय बाबा,
ओ लीले वाले जय बाबा,
मेरे कश्ट मिटाये जय बाबा,
तेरी महिमा गाये जय बाबा,
करलो भरोसा श्याम धनी का ,
कुछ न करो विचार थोड़ा रंग लो श्याम रंग में,
श्याम से अखियां करलो चार,
थारी मिठू करे जय कार सांवरियां आ जाओ,
सांवरिया आ जाओ
आ जावो श्याम आ जावो
भक्तो का मान बड़ा जाओ,
माहरी नैया लगाने पार संवारा आ जाओ,
लीले घोड़े पे होके सवार
खाटू वाले जय बाबा,
ओ लीले वाले जय बाबा,
मेरे कश्ट मिटाये जय बाबा,
तेरी महिमा गाये जय बाबा,
लीले चढ़ का कर आओ म्हारा बाबा,
भक्त कर उपकार,
सुन लो अर्ज हमारी बाबा दर्शन दो इक बार,
थारी महिमा बड़ी अपार,
सांवरिया आ जाओ..
देवो का देव ये निराला,
श्याम धनी दातार,
अटकी नइयां पार करे गा बाबा खेवन हार,
कलयुग के हो अवतार सांवरियां आ जाओ,
खाटू वाले जय बाबा,
ओ लीले वाले जय बाबा,
मेरे कश्ट मिटाये जय बाबा,
तेरी महिमा गाये जय बाबा,
करलो भरोसा श्याम धनी का ,
कुछ न करो विचार थोड़ा रंग लो श्याम रंग में,
श्याम से अखियां करलो चार,
थारी मिठू करे जय कार सांवरियां आ जाओ,
सुन्दर भजन में श्रद्धा और समर्पण की गहन अनुभूति प्रकट होती है। भक्त की पुकार में एक अद्भुत भाव है—जब जीवन के संकट गहराते हैं, जब नैया डगमगाने लगती है, तब श्रीकृष्णजी की कृपा ही पार लगाने वाली शक्ति बनती है।
यह भजन विश्वास का आह्वान करता है—अविरल श्रद्धा जो हर विपदा में सहारा देती है। श्रीकृष्णजी के घोड़े की गति प्रतीक है दिव्य शक्ति की, जो भक्तों के कष्ट हरने को तत्पर रहती है। जीवन के उतार-चढ़ाव में जब संशय और निराशा घेरती है, तब केवल प्रभु का स्मरण ही आश्रय बनता है।
खाटू धाम की महिमा अनंत है। वहां से निकली कृपा धाराएँ भक्तों के हृदय को संवारती हैं। जब सब राहें बंद हो जाती हैं, तब ईश्वर की कृपा ही नई दिशा देती है। यह भजन आत्मसमर्पण की भावना को जागृत करता है—सभी शंकाओं को त्यागकर, सभी मोह-माया को पीछे छोड़कर, केवल श्याम रंग में रंग जाने की प्रेरणा देता है।
भक्त की पुकार केवल शब्द नहीं, बल्कि आत्मा की पुकार है। श्रीकृष्णजी का स्मरण जीवन के हर संकट को हल्का करता है और दुखों को दूर करता है। ईश्वर के प्रति पूर्ण भरोसा ही सच्चा सुख और शांति देता है।
भजन का सार यही है—यदि मन में सच्ची श्रद्धा हो, तो हर कठिनाई अपने आप समाप्त हो जाती है। प्रभु का नाम ही वह अमृत है, जो जीवन को संवारता है और हर भय से मुक्त करता है।
यह भजन विश्वास का आह्वान करता है—अविरल श्रद्धा जो हर विपदा में सहारा देती है। श्रीकृष्णजी के घोड़े की गति प्रतीक है दिव्य शक्ति की, जो भक्तों के कष्ट हरने को तत्पर रहती है। जीवन के उतार-चढ़ाव में जब संशय और निराशा घेरती है, तब केवल प्रभु का स्मरण ही आश्रय बनता है।
खाटू धाम की महिमा अनंत है। वहां से निकली कृपा धाराएँ भक्तों के हृदय को संवारती हैं। जब सब राहें बंद हो जाती हैं, तब ईश्वर की कृपा ही नई दिशा देती है। यह भजन आत्मसमर्पण की भावना को जागृत करता है—सभी शंकाओं को त्यागकर, सभी मोह-माया को पीछे छोड़कर, केवल श्याम रंग में रंग जाने की प्रेरणा देता है।
भक्त की पुकार केवल शब्द नहीं, बल्कि आत्मा की पुकार है। श्रीकृष्णजी का स्मरण जीवन के हर संकट को हल्का करता है और दुखों को दूर करता है। ईश्वर के प्रति पूर्ण भरोसा ही सच्चा सुख और शांति देता है।
भजन का सार यही है—यदि मन में सच्ची श्रद्धा हो, तो हर कठिनाई अपने आप समाप्त हो जाती है। प्रभु का नाम ही वह अमृत है, जो जीवन को संवारता है और हर भय से मुक्त करता है।