मेरे मन में बस गई रे मैया जी तेरी सुरतिया

मेरे मन में बस गई रे मैया जी तेरी सुरतिया भजन

(मुखड़ा)
मेरे मन में बस गई रे,
मैया जी तेरी सूरतिया।
सूरतिया सूरतिया तेरी सूरतिया,
मेरे मन में बस गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।।


(अंतरा 1)
लाल चुनरिया लगती प्यारी,
सुंदर है मुस्कान तुम्हारी।
मोहे प्यारी लगती है,
भवानी तेरी मूरतिया।
मेरे मन में बस गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।।

(अंतरा 2)
कजरारे तेरे नैना कारे,
मन को लागे प्यारे प्यारे।
मेरी सुध-बुध हर ले गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।
मेरे मन में बस गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।।

(अंतरा 3)
सुन पुकार माँ दौड़ी आवे,
निज भक्तों की लाज बचावे।
मेरो दुख हर ले गई रे,
मैया जी तेरी सूरतिया।
मेरे मन में बस गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।।

(अंतरा 4)
शेर की मैया जी करती सवारी,
हाथ रखे त्रिशूल कटारी।
मोपे जादू सो कर गई रे,
मैया जी तेरी सूरतिया।
मेरे मन में बस गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।।

(पुनरावृत्ति – मुखड़ा)
मेरे मन में बस गई रे,
मैया जी तेरी सूरतिया।
सूरतिया सूरतिया तेरी सूरतिया,
मेरे मन में बस गई री,
मैया जी तेरी सूरतिया।।
 

Mere Man Mai Bas Gayi Maiya Ji | Mata Sherawali Bhajan | मातारानी के भजन

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