
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
Kuldevi Maa Song | कुलदेवी भजन |Kuldevi Bhajan|Kuldevi Ka Bhajan |Kuldevi Song |Kuldevi Song Hindi
Singer -Heena Bhati
Flute- Suresh Bhat
Lyrics -Vishnu Vikram
Music - Vishnu Vikram
कुलदेवी माँ का रूप मन को हर लेता है, जैसे सुबह की पहली किरण दिल में उजाला बिखेर दे। उनका श्रृंगार—लाल चुनर, सिंदूरी बिंदिया, नथनी, और नौलखा हार—ऐसा है कि सारी दुनिया कायल हो जाए। हर आभूषण, चाहे कानों की बाली हो या पैरों की पायल, उनके दैवीय सौंदर्य को और निखारता है, मानो हर खनक में माँ की कृपा गूंजती हो।
उनके मेहंदी रचे हाथ दया के आलम को दर्शाते हैं। एक बार एक भक्त, जिसका परिवार मुश्किल में था, माँ के दर पर सिर झुकाने आया। उसने बस माँ की चौखट छुई, और घर में सुख-शांति लौट आई। ऐसा है माँ का करम, जो बिना मांगे सब कुछ दे देता है।
उनकी आँखों का काजल और होठों की लाली मन में भक्ति जगा देती है। उनका दरबार वो ठिकाना है, जहाँ दुख भूल जाते हैं और मन माँ की रहमत में डूब जाता है। ‘सुभाष’ की तरह हर भक्त बस यही चाहता है कि माँ की कृपा की बूंदें सदा बरसती रहें, क्योंकि उनके चरणों में ही सच्चा सुकून है।