(मुखड़ा) दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज, मैया मैं थारी लाडो हूँ, रखियो मेरी लाज, धन दौलत दीजो मत दीजो, धन दौलत दीजो मत दीजो, दीजो अमर सुहाग, दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज।।
(अंतरा) मेरो धन दौलत मेरो साजन, मेरो स्वर्ग पति को आँगन, बण्यो रवे बस साजन मेरो, बण्यो रवे बस साजन मेरो, दीजो आशीर्वाद, दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज।।
(अंतरा) मेहंदी की लाली ने बोल दे, चूड़ी नथ बाली ने बोल दे, मेरी जब तक सांस चले ये, मेरी जब तक सांस चले ये, मेरो निभावे साथ, दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज।।
(अंतरा) दादी थारी भक्ति दीजो, मन में इतनी शक्ति दीजो, हँसते हँसते सुख दुख झेलूं, हँसते हँसते सुख दुख झेलूं, मेरे पति के साथ, दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज।।
(अंतरा) थारे पर ही जोर है मेरो, थारे सिवा कुण ओर है मेरो, बेटी तो माँ ने ही बोले, बेटी तो माँ ने ही बोले, सोनू दिल की बात, दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज।।
(पुनरावृति) दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज, मैया मैं थारी लाडो हूँ, रखियो मेरी लाज, धन दौलत दीजो मत दीजो, धन दौलत दीजो मत दीजो, दीजो अमर सुहाग, दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज।।
दादी मे थारी बेटी हूँ !! Dadi Me Thari Beti Hu !! #dadijikebhajan #popularbhajans #evergreenbhajan
एक बेटी का मन अपनी माँ, अपनी दादी से यही पुकार करता है—मेरी लाज रखना, मेरा मान बढ़ाना। धन-दौलत की चाह नहीं, बस अमर सुहाग का आशीर्वाद चाहिए, जो सदा साथ निभाए। पति ही उसका असली धन है, उसका आँगन ही स्वर्ग। उसकी हर साँस, हर ख्वाहिश बस उसी के लिए है।
मेहंदी की लाली, चूड़ी-नथ का रंग—ये सब साजन के साथ की निशानी हैं, जो जिंदगी भर साथ निभाएँ। बेटी माँगती है भक्ति और शक्ति, ताकि सुख-दुख को हँसते हुए पति के संग जी ले, जैसे फूल काँटों के बीच भी खिलता है।
माँ, तुम्हीं मेरा आधार हो। तुम्हारे सिवा मेरा और कौन? बेटी का दिल अपनी माँ के सामने खुलता है, और वही आशीर्वाद माँगती है, जो उसे सदा सौभाग्यवती बनाए।