श्री हनुमान मंत्र शोक पीड़ा दूर करे

श्री हनुमान मंत्र शोक पीड़ा दूर करे Shri Hanuman Mantra Lyrics Meaning

 
हिन्दू धर्म शास्त्रों श्री हनुमान की इसी शक्ति और महिमा का गान करते हुए उनको शक्ति स्वरूपा माता सीता के शोक का नाश करने वाले देवता बताकर जानकी शोक नाशनम् कहकर पुकारा गया है। संकेत है कि श्री हनुमान की उपासना जीवन से हर शोक दूर रखती है।

श्री हनुमान मंत्र शोक पीड़ा दूर करे Shri Hanuman Mantra चमत्कारिक हनुमान मंत्र

चूंकि श्री हनुमान मंगलमूर्ति भगवान शिव के अवतार भी हैं। यही कारण है कि संकट और शोक नाश के लिए श्री हनुमान की उपासना परंपराओं में शिव भक्ति की तरह आसान उपाय भी बताए गए हैं। इनको श्री हनुमान की उपासना में आचरण व विचारों की पवित्रता के साथ अपनाना निर्भय और बेदाग जीवन का मंत्र भी माना गया है।

नीचे बताई पूजा सामग्री और विशेष छोटे-पर असरदार हनुमान मंत्र से श्री हनुमान की उपासना आज करना न चूकें
स्नान के बाद श्री हनुमान मंदिर में जाकर श्री हनुमान की पूजा में केसर चंदन, अक्षत, लाल गुलाब के साथ अलावा विशेष रूप से चमेली का फूल नीचे लिखे आसान, किंतु अचूक हनुमान मंत्र के साथ अर्पित करें। 
 
यह मंत्र “ॐ हं हनुमते नमः” भगवान हनुमान को समर्पित है . इसका अर्थ है, “हे भगवान हनुमान, मैं आपको नमस्कार करता हूँ”। यह मंत्र श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने और संकटों से मुक्ति पाने में मदद करता है। इसके जाप से रोग, कष्ट, शत्रु, अहंकार और अन्य संकटों से मुक्ति मिलती है। यह मंत्र भक्ति और निष्ठा के साथ जपने से फलदायी होता है।  इसे सुबह जल्दी उठकर एकांत और शांतिपूर्ण जगह पर 108 बार जप करने से अधिक लाभ होता है।इस मंत्र का जाप करने से शारीरिक शक्ति और सामर्थ्य में वृद्धि होती है और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

ऊँ हं हनुमंताय नम:।

इस मंत्र की 108 बार रुद्राक्ष की माला से जप भी संकटनाश में बहुत असरदार माने गए हैं। इसके साथ ही चमेली के तेल के साथ श्री हनुमान को सिंदूर चढ़ावें या चोला चढ़ाना भी शोक-पीड़ा मुक्ति की कामना के लिए मंगलकारी सिद्ध होगा। श्री हनुमान को यथाशक्ति भोग लगाकर गुग्गल धूप व गाय के घी के दीप से आरती करें व अक्षय सुख की कामना करें।

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