हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना

हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना

हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना ये जग सारा,
संपूर्ण सनातन पुलकित है जप जप के राम तेरी माला।

कितने युग के संताप मिटे अब अवधपुरी हर्षाई है,
जिस दिन से राम विराजे हैं दीपों से नगरी सजाई है,
युग युग का कटा वनवास प्रभु, बन गया है मंदिर अब न्यारा,
हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना ये जग सारा।

योगी संतों के भाल पर अब राम चरण रज चमक रही,
तेरे दर्शन की आस में ये प्यासी अखियां तरस रही,
उस रज को माथे लगा कर अब, हर कोई बना है मतवाला,
हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना ये जग सारा।

इस धरा के कोने-कोने में बस राम नाम की अलख जगी,
हर नैना छवि निहार रहे और नगर-नगर सब डगर सजी,
ऐसे दीपों से दीप जले, हर ओर हुआ है उजियारा,
हे राम तुम्हारे आने से सुखधाम बना ये जग सारा।
Next Post Previous Post