हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है,
मेरे मांझी बन जाओ,
मेरी नाव चला जाओ,
बेटे को बाबा श्याम,
तुम गले लगा जाओ,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता,
बिन बोले भगतों की बिगड़ी बनाता,
बिन बोले भगतों की बिगड़ी बनाता,
मिलता ना किनारा है,
ना कोई और सहारा हैं,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
तुमसे ही जीवन मेरा,
ओ मेरे बाबा,
कैसे चलेगा समझ ना आता,
कैसे चलेगा समझ ना आता,
तुम धीर बंधाते हो,
तो साँसे चलती है,
मुझे समझ ना आता है,
मेरी क्या ग़लती है,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
परिवार मेरा तेरे गुण है गाता,
दोषी तो मैं हूँ उन्हें क्यों सताता,
दोषी तो मैं हूँ उन्हें क्यों सताता,
उन्हें तुझपे भरोसा है,
तूने पला पोसा हैं ,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है,
मेरे मांझी बन जाओ,
मेरी नाव चला जाओ,
बेटे को बाबा श्याम,
तुम गले लगा जाओ,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है,
मेरे मांझी बन जाओ,
मेरी नाव चला जाओ,
बेटे को बाबा श्याम,
तुम गले लगा जाओ,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता,
बिन बोले भगतों की बिगड़ी बनाता,
बिन बोले भगतों की बिगड़ी बनाता,
मिलता ना किनारा है,
ना कोई और सहारा हैं,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
तुमसे ही जीवन मेरा,
ओ मेरे बाबा,
कैसे चलेगा समझ ना आता,
कैसे चलेगा समझ ना आता,
तुम धीर बंधाते हो,
तो साँसे चलती है,
मुझे समझ ना आता है,
मेरी क्या ग़लती है,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
परिवार मेरा तेरे गुण है गाता,
दोषी तो मैं हूँ उन्हें क्यों सताता,
दोषी तो मैं हूँ उन्हें क्यों सताता,
उन्हें तुझपे भरोसा है,
तूने पला पोसा हैं ,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है,
मेरे मांझी बन जाओ,
मेरी नाव चला जाओ,
बेटे को बाबा श्याम,
तुम गले लगा जाओ,
हारा हूँ बाबा बस तुझपे भरोसा है,
जीतूँगा एक दिन,
मेरा दिल ये कहता है।
यह भजन खाटू श्याम जी की भक्ति में लिखा गया है। भक्त अपने जीवन में आ रही समस्याओं के कारण दुखी और निराश हैं। वे श्याम जी से प्रार्थना करते हैं कि वे उनकी समस्याओं को दूर करें और उन्हें सफलता प्रदान करें। पहले छंद में, भक्त कहते हैं कि वे श्याम जी पर अपना पूरा भरोसा करते हैं। वे कहते हैं कि वे जानते हैं कि श्याम जी उनकी मदद करेंगे। वे श्याम जी से प्रार्थना करते हैं कि वे उनकी नाव को चलाएं और उन्हें सफलता की ओर ले जाएं।
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