तेरा जादू खाटू वाले, ऐसा सर पे छा गया, मैं फिर से खाटू आ गया, तेरा जादू खाटू वाले, ऐसा सर पे छा गया, मैं फिर से खाटू आ गया।
जब जब भी मै सांवरे, थोड़ा उदास हो जाता हूं, तुझ से मिलने मुरली वाले, दौड़ा दौड़ा आता हूं, संग ले कर के, भक्तों की टोली, गाड़ी भर कर आ गया, मैं फिर से खाटू आ गया, मैं फिर से खाटू आ गया।
घर से लकर रिंगस तक, रिंगस से फिर खाटू तक, चैन नही आता है बाबा, तेरा पेड़ी चढने तक, तेरा सोहना मुखड़ा बाबा, इन नयनों को भा गया, मैं फिर से खाटू आ गया, मैं फिर से खाटू आ गया।
मैं आऊं हर बार जी, संग लेकर परिवार जी, कर कृपा हर महीने नही, रहू हर हफ्ते तैयार जी, मैं नाचूं दरबार में जैसे, फिर से फागुन आ गया, मैं फिर से खाटू आ गया, मैं फिर से खाटू आ गया।
तेरा जादू खाटू वाले, ऐसा सर पे छा गया, मैं फिर से खाटू आ गया, तेरा जादू खाटू वाले, ऐसा सर पे छा गया, मैं फिर से खाटू आ गया, मैं फिर से खाटू आ गया।