इस झोली पे छाप लगी है तेरे खाटू धाम की लिरिक्स Is Jholi Pe Chhap Lyrics
मेरी इज्जत क्या जाये,मेरी जात भिखारी की,
इज्जत सारी दुनिया में,
श्याम तेरी दातारी की,
अगर माँगने गया कहीं तो,
जाये तुम्हारी शान जी,
इस झोली पे छाप लगी है,
तेरे खाटू धाम की।
जाये बात तुम्हरी जी,
जाए नहीं भिखारी की,
बाबा मेरी झोली में,
छाप लगी सरकारी की,
बात मेरी इज्जत की नहीं है,
बात तेरे सम्मान की,
इस झोली पे छाप लगी है,
तेरे खाटू धाम की।
तू सेठो का सेठ है,
सारे जग में हल्ला है,
जो भी तेरे दर पे आता,
भरता उसका पल्ला है,
झोली भर नहीं पाए तो,
ये सेठाई किस काम की,
इस झोली पे छाप लगी है,
तेरे खाटू धाम की।
कल मैं माँगने आया था,
आज भी माँगने आता हूँ,
जितना मुझको देते हो,
घर का काम चलाता हूँ,
इतना दे दे मेरी ज़िंदगी,
हो जाये आराम की,
इस झोली पे छाप लगी है,
तेरे खाटू धाम की।
किसी को थोड़ा थोड़ा जी,
किसी को ज्यादा ज्यादा जी,
मारे शर्म के बनवारी तुमसे,
पूछ ना पाता जी,
अलग अलग क्या छाप लगाई,
तूने अपने नाम की,
इस झोली पे छाप लगी है,
तेरे खाटू धाम की।