काना चालो मारा घेर कामछे मीरा बाई पदावली Padawali Meera Bai Meera Bhajan Hindi Lyrics
काना चालो मारा घेर कामछे मीरा बाई पदावली Padawali Meera Bai Meera Bhajan Hindi Lyrics
काना चालो मारा घेर कामछे
काना चालो मारा घेर कामछे। सुंदर तारूं नामछे॥टेक॥
मारा आंगनमों तुलसीनु झाड छे। राधा गौळण मारूं नामछे॥१॥
आगला मंदिरमा ससरा सुवेलाछे। पाछला मंदिर सामसुमछे॥२॥
मोर मुगुट पितांबर सोभे। गला मोतनकी मालछे॥३॥
मीराके प्रभु गिरिधर नागर। चरन कमल चित जायछे॥४॥
काना चालो मारा घेर कामछे। सुंदर तारूं नामछे॥टेक॥
मारा आंगनमों तुलसीनु झाड छे। राधा गौळण मारूं नामछे॥१॥
आगला मंदिरमा ससरा सुवेलाछे। पाछला मंदिर सामसुमछे॥२॥
मोर मुगुट पितांबर सोभे। गला मोतनकी मालछे॥३॥
मीराके प्रभु गिरिधर नागर। चरन कमल चित जायछे॥४॥
डर गयोरी मन मोहनपास । डर गयोरी मन मोहनपास ॥१॥
बीरहा दुबारा मैं तो बन बन दौरी । प्राण त्यजुगी करवत लेवगी काशी ॥२॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर । हरिचरणकी दासी ॥३॥
फूल मंगाऊं हार बनाऊ । मालीन बनकर जाऊं ॥१॥
कै गुन ले समजाऊं । राजधन कै गुन ले समाजाऊं ॥२॥
गला सैली हात सुमरनी । जपत जपत घर जाऊं ॥३॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर । बैठत हरिगुन गाऊं ॥४॥
जाके मथुरा कान्हांनें घागर फोरी । घागरिया फोरी दुलरी मोरी तोरी ॥ध्रु०॥
ऐसी रीत तुज कौन सिकावे । किलन करत बलजोरी ॥१॥
सास हठेली नंद चुगेली । दीर देवत मुजे गारी ॥२॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर । चरनकमल चितहारी ॥३॥
बीरहा दुबारा मैं तो बन बन दौरी । प्राण त्यजुगी करवत लेवगी काशी ॥२॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर । हरिचरणकी दासी ॥३॥
फूल मंगाऊं हार बनाऊ । मालीन बनकर जाऊं ॥१॥
कै गुन ले समजाऊं । राजधन कै गुन ले समाजाऊं ॥२॥
गला सैली हात सुमरनी । जपत जपत घर जाऊं ॥३॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर । बैठत हरिगुन गाऊं ॥४॥
जाके मथुरा कान्हांनें घागर फोरी । घागरिया फोरी दुलरी मोरी तोरी ॥ध्रु०॥
ऐसी रीत तुज कौन सिकावे । किलन करत बलजोरी ॥१॥
सास हठेली नंद चुगेली । दीर देवत मुजे गारी ॥२॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर । चरनकमल चितहारी ॥३॥