पल पल आठो याम हिचकी आवे रे

पल पल आठो याम हिचकी आवे रे भजन

 
पल पल आठो याम हिचकी आवे रे

पल पल आठो याम हिचकी आवे रे,
इतना बता दे याद करे या याद तू आवे रे,
कुछ तो है बात तुझमे,
तुझपे ये दिल फ़िदा है ,
चंचल है तेरी चितवन बांकी तेरी अदा है,
तेरा जादू सिर चढ़ बोले दुनिया की न अब परवाह रे,
काम धाम अब तो श्याम कुछ न भावे रे,
इतना बता दे याद करे या याद तू आवे रे,
पल पल आठो याम हिचकी आवे रे,

आशिक बना दिया है हम पे चढ़ी खुमारी,
पागल की जैसी हालत कुछ तो हुई बिमारी,
खाटू नगरी भाग के आउ मन में दूजा न कोई चाह रे,
रात दिन सुबहो शाम जी भरमा वे रे,
इतना बता दे याद करे या याद तू आवे रे,
पल पल आठो याम हिचकी आवे रे,

तुझको भी याद मेरी आती है क्या बता दे,
मिलने मोहित से आजा या फिर तेरा पता दे,
हम को तेरी याद सातवे होठो पे बस तेरा नाम,
लोक लाज साज बाज फीका लागे रे,
इतना बता दे याद करे या याद तू आवे रे,
पल पल आठो याम हिचकी आवे रे,


पल पल आठों याम हिचकी आवे रे | श्याम जी का Latest भजन | सुनीता गोयल | Lyrical HD Song
 
खाटू नगरी की ओर मन दौड़ता है, जहाँ श्री श्याम का वास है। भक्त का मन वहाँ पहुँचने को बेताब है, क्योंकि वहाँ पहुँचकर ही उसे सुकून मिलेगा। यह भाव उस तड़प को दिखाता है, जो भक्त को अपने प्रभु के दर्शन के लिए बेकरार रखती है। रात-दिन, सुबह-शाम, हर पल बस उनकी ही याद में डूबा रहता है।
 
मन की गहराइयों में एक ऐसी तीव्र आकांक्षा जागृत हो उठी है, जो हर पल, हर क्षण एक अनन्य प्रेम और समर्पण की अनुभूति से भरी है। यह भावना इतनी प्रबल है कि सांसारिक कार्य, दैनिक जीवन की चिंताएं और सामाजिक बंधन सब तुच्छ प्रतीत होने लगते हैं। हृदय एक ऐसी शक्ति की ओर खिंचता है, जो न केवल आकर्षक है, बल्कि उसमें एक जादुई प्रभाव है, जो मन को चंचल और मस्तिष्क को बेकाबू कर देता है। यह अनुभव इतना गहन है कि न तो दिन का हिसाब रहता है, न रात की सुध; केवल एक ही विचार, एक ही भावना हावी रहती है, जो आत्मा को उस परम सत्ता के निकट ले जाती है। यह प्रेम न तो साधारण है, न ही क्षणिक; यह एक ऐसी दीवानगी है, जो हर पल जीव को उस अनंत स्रोत की ओर ले जाती है, जहां मन को शांति और आत्मा को संतुष्टि मिलती है। 
 
Song: Aathon Pal Aathon Yaam Hichki Aave Re
Singer: Sunita Goyal ( Mob. 9416115727)
Music: Bijender Chauhan
Lyricist: Mohit
Category: HIndi Devotional ( Shyam Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur 
 
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