श्यामा श्याम सलौनी सूरत लिरिक्स Shyama Shyam Salouni Surat Ka Sringaar Basanti Hai Lyrics
श्यामा श्याम सलौनी सूरत
श्यामा श्याम सलौनी सूरत का
सिंगार बसन्ती है
मोर मुकुट की लटक बसन्ती,
चंद्रकला की चटक बसन्ती,
मुख मुरली की मटक बसन्ती,
सिर पै पैंच श्रवण-कुंडल
छविदार बसंती है ||
श्यामा श्याम-------
माथे चन्दन लगा बसंती,
पट पीताम्बर कसा बसन्ती,
पहना बाजूबंद बसन्ती,
गुंजमाल गल सोहै,
फूलनहार बसन्ती है ||
श्यामा श्याम------
कनक कडूला हाथ बसन्ती,
चले चाल अलमस्त बसन्ती,
पहन रहे पोशाक बसन्ती,
रुनक-झुनक पग नूपुर की
झनकार बसन्ती है ||
श्यामा श्याम-------
संग ग्वाल की टोल बसन्ती,
बजे चंड्ग छप ढोल बसन्ती,
बोल रहे हैं बोल बसन्ती,
सब सखियन में राधेजी
सरदार बसन्ती हैं ||
श्यामा श्याम---------