अब तो किनारे लगादे नैया भजन

अब तो किनारे लगादे नैया भजन

चारो तरफ घनघोर अँधेरा,
कुछ भी नजर ना आये,
उलझ उलझ लहरों में,
नैया डूब कहीं ना जाए,
कन्हैया, कन्हैया,
अब तो किनारे लगादे नैया,
कन्हैया, कन्हैया।

कश्ती हमारी टूट गई है,
पतवार हाथों से छुट गई है,
तुझ बिन हमारा कौन खिवैया,
कन्हैया, कन्हैया,
अब तो किनारे लगादे नैया,
कन्हैया, कन्हैया।

मँझधार नैया दूर किनारा,
तेरा भरोसा तेरा सहारा,
एक बार तो आजा बंसी बजैया,
कन्हैया, कन्हैया,
अब तो किनारे लगादे नैया,
कन्हैया, कन्हैया।

अगर तुम जो चाहो तो,
मंजिल मिलेगी,
मिलेगा किनारा संजू,
नैया चलेगी,
लाज बचा जा लाज बचिया,
कन्हैया, कन्हैया,
अब तो किनारे लगादे नैया,
कन्हैया, कन्हैया।

Kanhaiya Kanhaiya || Album Name: Ye Baba Mor Chadi Wala

 
कन्हैया का वह करुणामय और रक्षक स्वरूप हर भक्त की पुकार सुनता है, जब वह जीवन के घनघोर अंधेरे और मंझधार में फंस जाता है। यह संसार एक भवसागर है, जहाँ लहरें हर पल नैया को डुबाने को आतुर रहती हैं, और मनुष्य की कश्ती कठिनाइयों से टूटने लगती है। परंतु जब भक्त सच्चे हृदय से कन्हैया को पुकारता है, तो उनकी बंसी की मधुर धुन और प्रेममय उपस्थिति उसकी नैया को किनारे तक ले जाती है।

कन्हैया वह खिवैया हैं, जो भक्त की हर उलझन को सुलझाते हैं और उसे अपने सहारे से हर संकट से पार कराते हैं। उनकी कृपा वह प्रकाश है, जो अंधेरे को चीरकर भक्त को सही मार्ग दिखाती है, और उसे यह विश्वास दिलाती है कि कोई भी तूफान उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

जब भक्त अपनी सारी आशा और भरोसा कन्हैया पर छोड़ देता है, तो वह न केवल मंजिल तक पहुँचता है, बल्कि उसकी लाज भी बनी रहती है। कन्हैया की वह लीला ऐसी है, जो भक्त की टूटी कश्ती को जोड़ देती है और छूटी पतवार को फिर से उसके हाथों में थमा देती है। यह उनका प्रेम और दया ही है, जो भक्त को भवसागर के बीच से निकालकर किनारे तक ले जाती है। जब कन्हैया का नाम हृदय में बस जाता है, तो भक्त का मन भयमुक्त हो जाता है, और उसे यह एहसास होता है कि उसका सच्चा साथी और रक्षक सदा उसके साथ है। इस प्रकार, कन्हैया की शरण में आने वाला भक्त न केवल अपने जीवन की नैया को किनारे लगाता है, बल्कि वह सच्चे सुख, शांति और मुक्ति का अनुभव भी करता है।

कन्हैया यानी भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का जीवन में अत्यंत गहरा महत्व है। उनकी लीलाएँ हमें सिखाती हैं कि जीवन केवल नियमों और कठोरता का नाम नहीं, बल्कि प्रेम, सद्भाव, आनंद और सकारात्मकता से जीने की कला भी है। श्रीकृष्ण की बाल लीलाएँ—जैसे माखन चोरी, गोपियों के साथ रास, मित्रों के साथ हास्य-विनोद—हमें जीवन में हास्य, मित्रता और प्रेम के महत्व को समझाती हैं। वे बताते हैं कि जीवन में खुश रहना, दूसरों के साथ प्रेम और सद्भाव से रहना, और समाज में एकता बनाए रखना कितना ज़रूरी है।

Album Name: Ye Baba Mor Chadi Wala
Singer Name: Sanju Sharma
Music: Dipankar Saha

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