करी कीथ जाने की प्यार छोड़के प्यार बता कीथ जावे से चाला गोगा जी के धाम दुनिया धोक लगावे सै।
समझदार ना जाया करते, मेले और तमाशा में, गोगा जी चाल पिया जी, क्यो भर रया से साँसा में, जो बिना बोत का काम करे, तू ना दुख पावे से, चाला गोगा जी के धाम दुनिया धोक लगावे सै।
Goga Ji Bhajan
गोगा जी जाने ते घर ना काहे की कमी रहे तू ठाली मौज उड़ावे से मेरे गिर्द ग्यात में रमी रवे हरियाणा यूपी दिल्ली ते धोकन आवे से चाला गोगा जी के धाम
दुनिया धोक लगावे सै।
तेरी बात ने मानु गोरी गोगा जी के चालांगे सतीश कुमार शिवानी आले तड़के उल्टे आल्यागे हो जा बेड़ा पार जो दिल से महिमा गावे से चाला गोगा जी के धाम दुनिया धोक लगावे सै।