चलो चलें मन सपनो के गाँव में लिरिक्स
काँटों से दूर कहीं फूलों की छाँव में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
हो रहे इशारे रेशमी घटाओं में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
आओ चलें हम एक साथ वहां,
दुःख ना जहाँ कोई गम ना जहाँ,
आज है निमंत्रण सन सन हवाओं में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
रहना मेरे संग में हर दम,
ऐसा ना हो के बिछड़ जायें हम,
घूमना है हमको दूर की दिशाओं में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
काँटों से दूर कहीं फूलों की छाँव में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
हो रहे इशारे रेशमी घटाओं में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
आओ चलें हम एक साथ वहां,
दुःख ना जहाँ कोई गम ना जहाँ,
आज है निमंत्रण सन सन हवाओं में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
रहना मेरे संग में हर दम,
ऐसा ना हो के बिछड़ जायें हम,
घूमना है हमको दूर की दिशाओं में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
काँटों से दूर कहीं फूलों की छाँव में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
काँटों से दूर कहीं फूलों की छाँव में,
चलो चलें मन सपनो के गाँव में,
Chalo Chale Maa Sapano Ke Ganv Me - Asha Bhosle - Jagriti (1954)
चलो चलें मन सपनो के गाँव में एक हिंदी फिल्म गीत है जिसे कवि प्रदीप ने लिखा था और जिसे 1954 की फिल्म जागृति के लिए संगीतकार हेमंत कुमार ने संगीत दिया था। इसे आशा भोसले ने गाया था।
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