दिखाऊं कोनी लाड़लो नजर लग जाए लिरिक्स Dikhau Koni Ladalo Lyrics

दिखाऊं कोनी लाड़लो नजर लग जाए लिरिक्स Dikhau Koni Ladalo Lyrics, Krishna Bhajan

दिखाऊं कोनी लाड़लो नजर लग जाए लिरिक्स Dikhau Koni Ladalo Lyrics
 
दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाये,
नजर लग जाए रै,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए।

विषधर तेरे गले में लिपटे,
अंग भभूत रमाए,
तेरे रूप को देख के जोगी,
लाल मेरा डर जाए,
दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,
नजर लग जाए रे,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए।

सुन बाते मैया की भोले,
मंद मंद मुस्काए,
जिससे सारा जगत है डरता,
उसको कौन डराए,
दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,
नजर लग जाए रे,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कोनी लाड़लो,
नज़र लग जाए।

हो उदास शिव भोला शम्भु,
अपने कदम बढ़ाए,
शिव को जाते देख कन्हैया,
रो रो कर चिल्लाए,
दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,
नजर लग जाए रे,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कौनी लाड़लो,
नज़र लग जाए।

नन्द लाल का रोना सुनकर,
बोली मात यशोदा,
नजर लगा दी मेरे लाल को,
हाय हाय अब क्या होगा,
दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,
नजर लग जाए रे,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कौनी लाडलो,
नज़र लग जाए।

इतना सुनकर मात यशोदा,
मोहन को ले आई,
दर्शन किये हरी के शिव ने,
‘राजू’ ख़ुशी मनाई,
दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,
नजर लग जाए रे,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कौनी लाडलो,
नज़र लग जायें।

दिखाऊँ कोनी लाड़लो,
नजर लग जाये,
नजर लग जाए रै,
जुलम होय जाए,
दिखाऊं कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए।
 

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