इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया, राधा यूं रो रो कहे….
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
क्या होते हैं आंसू,क्या पीड़ा होती है,
क्यूँ दर्द उठता है,क्यूँ आँखे रोती है,
इक बार आंसू तो बहा कर देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
जब कोई सुनेगा ना तेरे मन के दुखड़े,
जब ताने सुन सुन कर होंगे दिल के टुकड़े,
इक बार जरा तुम ताने सुनकर देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
क्या जानोगे मोहन तुम प्रेम की भाषा,
क्या होती है आशा,क्या होती निराशा,
इक बार जरा तुम प्रेम करके देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
पनघट पे मधुबन में वो इन्तजार करना,
कहे श्याम तेरे खातिर वो घुट घुट के मरना,
इक बार किसी का इन्तजार कर देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
राधा यूं रो रो कहे….
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
क्या होते हैं आंसू,क्या पीड़ा होती है,
क्यूँ दर्द उठता है,क्यूँ आँखे रोती है,
इक बार आंसू तो बहा कर देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
जब कोई सुनेगा ना तेरे मन के दुखड़े,
जब ताने सुन सुन कर होंगे दिल के टुकड़े,
इक बार जरा तुम ताने सुनकर देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
क्या जानोगे मोहन तुम प्रेम की भाषा,
क्या होती है आशा,क्या होती निराशा,
इक बार जरा तुम प्रेम करके देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
पनघट पे मधुबन में वो इन्तजार करना,
कहे श्याम तेरे खातिर वो घुट घुट के मरना,
इक बार किसी का इन्तजार कर देखो साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे साँवरिया,
राधा यूं रो रो कहे….
राधा यूं रो रो कहे….
Ek Baar To Radha Bankar Dekho Mere Sawariya - एक बार तो राधा बनकर देखो मेरे सावरिया : MANOJ SHARMA
राधारानी का मन कहता है कि आंसुओं का मोल तब पता चलता है, जब दिल की पीड़ा को कोई नहीं सुनता। यह पीड़ा तब और गहरी हो जाती है, जब ताने सुनकर दिल टुकड़े-टुकड़े हो जाता है। जैसे कोई सच्चा प्रेमी अपने प्रिय के लिए हर पल तरसता है, वैसे ही राधारानी का मन श्रीकृष्णजी से कहता है कि वे एक बार उनके प्रेम की भाषा को जीकर देखें, जिसमें आशा और निराशा एक साथ सांस लेती हैं।
प्रेम का रास्ता आसान नहीं। यह इंतज़ार की लंबी राहों से भरा है, जहाँ हर पल मन पनघट और मधुबन में अपने प्रिय की प्रतीक्षा करता है। यह इंतज़ार इतना गहरा है कि हर सांस में बस उसी की याद बसी रहती है। राधारानी का मन श्रीकृष्णजी से कहता है कि वे एक बार इस इंतज़ार की आग में जलकर देखें, ताकि प्रेम की सच्चाई को महसूस करें।
प्रेम का रास्ता आसान नहीं। यह इंतज़ार की लंबी राहों से भरा है, जहाँ हर पल मन पनघट और मधुबन में अपने प्रिय की प्रतीक्षा करता है। यह इंतज़ार इतना गहरा है कि हर सांस में बस उसी की याद बसी रहती है। राधारानी का मन श्रीकृष्णजी से कहता है कि वे एक बार इस इंतज़ार की आग में जलकर देखें, ताकि प्रेम की सच्चाई को महसूस करें।
राधा-कृष्ण के प्रेम की अमरता आज भी लोगों को इसलिए प्रेरित करती है क्योंकि यह प्रेम सांसारिक सीमाओं, शर्तों और अपेक्षाओं से परे, आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक है। राधा और कृष्ण का संबंध केवल एक प्रेमी-प्रेमिका का नहीं, बल्कि समर्पण, विश्वास और भक्ति का है, जिसमें राधा का प्रेम कृष्ण में पूरी तरह विलीन हो जाता है और कृष्ण के हृदय में राधा सर्वोच्च स्थान रखती हैं।
यह प्रेम निःस्वार्थ, निश्छल और त्यागमय है, जिसमें जुदाई भी प्रेम का ही एक रूप मानी जाती है, और दोनों का नाम एक-दूसरे के बिना अधूरा है—इसीलिए आज भी लोग "राधे-कृष्ण" या "राधे-श्याम" कहकर पुकारते हैं। राधा-कृष्ण की प्रेमकथा ने युगों-युगों से कवियों, संतों, कलाकारों और आम लोगों को भक्ति, आत्मिक प्रेम और समर्पण की प्रेरणा दी है, जिससे उनका प्रेम आज भी अमर और अनुकरणीय बना हुआ है।
Song: Ek Baar To Radha Bankar Dekho Mere Sawariya
Singer: Manoj Sharma
Lyrics: Shyam Aggarwal
Singer: Manoj Sharma
Lyrics: Shyam Aggarwal