मैं जो खाटू में आता हूँ भजन लिरिक्स Main Jo Khatu Aata Hu
हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ, क्यों तरसु खुशियों को मैं जो खाटू में आता हूँ, हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ,
किस्मत मेरे पीछे, गुलाम सी चलती, मेरी सारी बला ऊपर के ऊपर ही टलती, इज्जत की खाता हूँ, मैं आंदन पाता हूँ, क्यों तरसूं खुशियों को मैं जो खाटू में आता हूँ, हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ,
छूटा रोना धोना, मैं हँस के जीता हूँ, सुख का धरना बहता अमृत सा पीता हूँ, अपना मैं ले जाता हूँ, जो मांगू वो पाता हूँ, क्यों तरसु खुशियों को, मैं जो खाटू में आता हूँ, हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ,
जो खाटू में आये, वो सदा ही मुस्काये, फिर इसकी मोरछड़ी उस के सिर लहराए, योगी बतलाता हूँ, इसका दिया खाता हूँ, क्यों तरसु खुशियों को मैं जो खाटू में आता हूँ, हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ,
हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ, क्यों तरसु खुशियों को मैं जो खाटू में आता हूँ, हर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ,
मैं जो खाटू में आता हूँ | | Main Jo Khatu Mein Aatu Hain | by Sheetal Prajapati | Lyrical HD
यह भजन खाटू श्यामजी मंदिर में भगवान श्याम की महिमा का वर्णन करता है। भजन में, एक भक्त बताता है कि वह भगवान श्याम के दर्शन के बाद अपने जीवन में खुशी और आनंद का अनुभव करता है। भजन के पहले दो श्लोकों में, भक्त कहता है कि वह भगवान श्याम के मंदिर में जाने के बाद हमेशा मुस्कुराता रहता है। वह कहता है कि वह भगवान श्याम के दर्शन के बाद अपने जीवन में खुशी और आनंद का अनुभव करता है। आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं