श्री कृष्ण द्वारकाधीश हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के अवतारों में से एक हैं। वे कृष्ण के रूप में भी जाने जाते हैं, और वे हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। श्री कृष्ण को अक्सर एक युवा पुरुष के रूप में चित्रित किया जाता है, जिसके हाथ में बांसुरी होती है। उन्हें अक्सर रासलीला में राधा और अन्य गोपियों के साथ नृत्य करते हुए भी चित्रित किया जाता है। श्री कृष्ण को उनके दयालु और करुणामय स्वभाव के लिए जाना जाता है। उन्हें अक्सर एक शिक्षक और मार्गदर्शक के रूप में भी देखा जाता है। श्री कृष्ण को द्वारकाधीश के रूप में भी जाना जाता है। द्वारका एक प्राचीन शहर था जिसे कृष्ण ने स्थापित किया था। यह शहर गुजरात, भारत में स्थित है। श्री कृष्ण को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता है। उन्हें अक्सर भगवान विष्णु के प्रेम और करुणा के रूप के रूप में देखा जाता है।
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा, हो गए भव से पार ले ले नाम तेरा।
वाल्मीकि अति दीन हीन था,
बुरे कर्म में सदा लीन था हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा, हो गये भव से पार ले ले नाम तेरा।
थे नल नील जाती के वानर, राम नाम लिख दिया शिला पर, हो गयी सेना पार लेकर नाम तेरा, हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा,
भरी सभा में द्रोपद दुलारी, कृष्ण द्वारका नाथ पुकारी, बढ़ गया चीर अपार, लेकर नाम तेरा, हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा, हो गये भव से पार ले ले नाम तेरा।
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा, हो गए भव से पार ले ले नाम तेरा।
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा, हो गए भव से पार ले ले नाम तेरा।
द्रौपदी और कृष्ण हिंदू पौराणिक कथाओं के पात्र हैं। द्रौपदी हिंदू महाकाव्य, महाभारत में एक प्रमुख चरित्र है। द्रौपदी एक राजकुमारी थी, जिसका विवाह पांच पांडव भाइयों से हुआ था और उसने महाभारत की घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह अपनी सुंदरता, शक्ति और बुद्धिमत्ता के लिए जानी जाती थीं, और उन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं में सबसे शक्तिशाली महिला पात्रों में से एक माना जाता है। दूसरी ओर, कृष्ण को धर्म (धार्मिकता) के नीति के शिक्षक के रूप में अवतरित हुए और वे हम सभी के पूजनीय हैं।