किस्मत हमारी बदलने लगी है

किस्मत हमारी बदलने लगी है

किस्मत हमारी बदलने लगी है,
किरपा तुम्हरी बरस ने लगी है,

अन्देरी थी राते उजाला नही था,
कोई भी मेरा अपना नही था,
जबसे लगन तुमसे लगने लगी है,
किस्मत हमारी बदलने..........

सभी रंग पीछे श्याम रंग साँझा,
जिसपे चदा वो मीरा सा नचा,
मिलने को दुनिया तरस ने लगे है,
किरपा तुम्हरी बरस ने लगी .............

मांगी थी मेने दुनिया की दोलत,
मुझको मिली न नाम जपने की मोलहत,
कन्हिया की धड़कन धडकने लगी है,
किरपा तुम्हरी बरस ने लगी .......


 
Kismat Hamari Badalne Lagi Hai, Sai Bhajan Singing By Rajesh Mishra
 
जीवन की राहों में जब अंधेरा घना हो, और कोई साथी न दिखाई दे, तब उस प्रभु की कृपा ही एकमात्र उजाला बनकर सामने आती है। यह कृपा ऐसी है, जो न केवल मन के अंधकार को मिटाती है, बल्कि भाग्य की रेखाओं को भी नए रंगों से सजाती है। भक्त का हृदय जब प्रभु के प्रेम में डूबता है, तब उसे लगता है कि हर वह कमी, जो कभी उसे खलती थी, अब उनके सान्निध्य में पूर्णता की ओर बढ़ रही है। यह भक्ति का वह स्वरूप है, जहाँ सांसारिक अभावों का दुख उस अनंत प्रेम की छांव में विलीन हो जाता है, और भक्त को अपने जीवन में एक नई दिशा और उद्देश्य मिलता है। यह विश्वास कि प्रभु की कृपा हर पल साथ है, भक्त के मन को ऐसी शक्ति देता है, जो उसे हर विपदा से पार ले जाती है।

इस भक्ति की गहराई में एक अनूठा रंग है, जो संसार के सारे रंगों को फीका कर देता है। वह रंग है प्रभु के प्रेम का, जो भक्त के जीवन को मीरा की भाँति नृत्य और भक्ति के आनंद से भर देता है। जब भक्त का मन प्रभु के नाम में रम जाता है, तब उसे सांसारिक धन-दौलत की चाह तुच्छ लगने लगती है, और वह उस अमूल्य रत्न को पा लेता है, जो प्रभु का नाम और उनकी भक्ति है। यहाँ भक्त का हृदय प्रभु की धड़कन के साथ ताल मिलाने लगता है, और वह अनुभव करता है कि उसका जीवन अब केवल उसकी अपनी इच्छाओं का नहीं, बल्कि प्रभु की कृपा का एक जीवंत गीत बन गया है। यह कृपा न केवल उसकी किस्मत को बदलती है, बल्कि उसे एक ऐसी आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाती है, जहाँ हर क्षण प्रभु के प्रेम में रंगा होता है।
 
जीवन की राहों में जब अंधेरा घना हो, और कोई साथी न दिखाई दे, तब उस प्रभु की कृपा ही एकमात्र उजाला बनकर सामने आती है। यह कृपा ऐसी है, जो न केवल मन के अंधकार को मिटाती है, बल्कि भाग्य की रेखाओं को भी नए रंगों से सजाती है। भक्त का हृदय जब प्रभु के प्रेम में डूबता है, तब उसे लगता है कि हर वह कमी, जो कभी उसे खलती थी, अब उनके सान्निध्य में पूर्णता की ओर बढ़ रही है। यह भक्ति का वह स्वरूप है, जहाँ सांसारिक अभावों का दुख उस अनंत प्रेम की छांव में विलीन हो जाता है, और भक्त को अपने जीवन में एक नई दिशा और उद्देश्य मिलता है। यह विश्वास कि प्रभु की कृपा हर पल साथ है, भक्त के मन को ऐसी शक्ति देता है, जो उसे हर विपदा से पार ले जाती है।

इस भक्ति की गहराई में एक अनूठा रंग है, जो संसार के सारे रंगों को फीका कर देता है। वह रंग है प्रभु के प्रेम का, जो भक्त के जीवन को मीरा की भाँति नृत्य और भक्ति के आनंद से भर देता है। जब भक्त का मन प्रभु के नाम में रम जाता है, तब उसे सांसारिक धन-दौलत की चाह तुच्छ लगने लगती है, और वह उस अमूल्य रत्न को पा लेता है, जो प्रभु का नाम और उनकी भक्ति है। यहाँ भक्त का हृदय प्रभु की धड़कन के साथ ताल मिलाने लगता है, और वह अनुभव करता है कि उसका जीवन अब केवल उसकी अपनी इच्छाओं का नहीं, बल्कि प्रभु की कृपा का एक जीवंत गीत बन गया है। यह कृपा न केवल उसकी किस्मत को बदलती है, बल्कि उसे एक ऐसी आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाती है, जहाँ हर क्षण प्रभु के प्रेम में रंगा होता है। 

Singer - Rajesh Mishra
Presented by - KNM music present
Broadcast - Jhaiya musical group
Editor - Shailesh Mishra
 
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