कोई लाख करे चतुरायी भजन लिरिक्स Koi Lakh Kare Chaturai Lyrics

कोई लाख करे चतुरायी भजन लिरिक्स Koi Lakh Kare Chaturai Lyrics, Pradeep Ke Bhajan

कोई लाख करे चतुरायी
करम का लेख मिटे ना रे भाई
जरा समझो इसकी सच्चाई रे
करम का लेख मिटे ना रे भाई।।
इस दुनिया में भाग्य के आगे
चले ना किसी का उपाय
कागद हो तो सब कोई बांचे
करम ना बांचा जाए,
इस दिन इसी किस्मत के कारण
वन को गए थे रघुराई रे
करम का लेख मिटे ना रे भाई।।
काहे मनवा धीरज खोता
काहे तू नाहक रोए,
अपना सोचा कभी ना होता
भाग्य करे तो होए
चाहे हो राजा चाहे भिखारी
ठोकर सभी ने यहा खायी रे
करम का लेख मिटे ना रे भाई।।
कोई लाख करे चतुरायी
करम का लेख मिटे ना रे भाई
जरा समझो इसकी सच्चाई रे
करम का लेख मिटे ना रे भाई।।
 

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