मनुआ बड़ो गरीब भजन लिरिक्स Manua Bado Garib Lyrics, Krishna bhajan
मनुआ बड़ो गरीब, न कौड़ी फूटी हाथन में,
मनुआ बड़ो गरीब, न कौड़ी फूटी हाथन में,
भौंचक रह गयो दंग, गुजरिया लै गई बातन में।
रूपशिखर आरोहिणी, रवि सो तेज अनूप,
नैन बटोही थक रहे, लखि बदरौटी धूप,
छिपी पलकन के पाटन में,
गुजरिया लै गई बातन में।
भौंहें कमान निडर नैना, मानो चपल तुरंग,
गजगति पे कटि की हरी, रतिपति रह गयो दंग,
उँगरिया दाबी दाँतन में,
गुजरिया लै गई बातन में।
इक गोरी इक साँवरी, भरीं प्रेम उन्माद,
मन लूटो उन समझ के, देवी को परसाद,
कै लुट गयो हाथन हाथन में,
गुजरिया लै गई बातन में।
नैन फाँस छाती गड़ी, अड़ी है गई पंक,
काजर को काँटो लगो, बीछू जैसो डंक,
जहर सब चढ़ गयो गातन में,
गुजरिया लै गई बातन में।
श्याम दे दियो गोपिन को,
ब्रजराज पे अधिकार,
मन भौंरा बन लिपट गयो, है गयो बेड़ा पार,
गुजर है जाय अब पातन में,
गुजरिया लै गई बातन में।