रहम नजर कर दे झोलियाँ मंगतो की भर दे लिरिक्स Raham Najar Karde Lyrics

रहम नजर कर दे झोलियाँ मंगतो की भर दे लिरिक्स Raham Najar Karde Lyrics, Raham Najar Kar De Jholiya Mangato Ki Bhar De

 
रहम नजर कर दे झोलियाँ मंगतो की भर दे लिरिक्स Raham Najar Karde Lyrics

रहम नजर कर दे,
झोलियाँ मंगतो की भर दे,
ओ रखवाले शिरडी वाले,
किरपा दृष्टि कर दे,
रहम नजर कर दे,
झोलियाँ मंगतो की भर दे।

कह रही है जो दीवारें,
उनके साये,
कब तलक महफ़ूज कोई,
दिल घबराये,
है अँधेरा दे सवेरा,
रोशनी कर दे
रहम नज़र कर दे,
झोलियाँ मंगतो की भर दे।

आये हैं बड़ी दूर से,
हम हारे हारे,
रहमतां तेरी मिले,
हों वारे न्यारे
दुख सितम की,
मेरे गम की,
कुछ कमी कर दे,
रहम नज़र कर दे,
झोलियाँ मंगतो की भर दे।

तेरी ये दुनिया निराली,
रीत अनूठे कर भला तो,
हो भला अब लगदे झूठे
आदमी में आदमी के,
गुण जरा भर दे
रहम नज़र कर दे,
झोलियाँ मंगतो की भर दे।
रहम नज़र कर दे,
झोलियाँ मंगतो की भर दे,
ओ रखवाले शिरडी वाले,
किरपा दृष्टि कर दे,
रहम नजर कर दे,
झोलिया मंगतो की भर दे।


रहम नज़र कर दे ! Reham Nazar Kar De ! बहुत प्यारा साईं बाबा भजन ! Hamsar Hayat Nizami ! Taranhar

"रहम नजर कर दे, झोलियाँ मंगतो की भर दे" भजन में भक्त भगवान से प्रार्थना करता है कि वह उसकी झोली भर दे। वह अपने जीवन में आ रही कठिनाइयों और परेशानियों से दुखी है। वह चाहता है कि भगवान उसकी रक्षा करे और उसे खुशियाँ प्रदान करे। भजन के पहले दो चरणों में, भक्त भगवान से दया और कृपा की प्रार्थना करता है। वह कहता है कि वह भगवान का भक्त है और वह उसकी शरण में आया है। वह भगवान से अपनी झोली भर देने की भीख मांगता है।

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