श्याम मनिहारिन रूप बनाय के लिरिक्स Shyam Maniharin Rup Lyrics

श्याम मनिहारिन रूप बनाय के लिरिक्स Shyam Maniharin Rup Lyrics, Krishna Bhajan

 

श्याम मनिहारिन रूप बनाय के लिरिक्स Shyam Maniharin Rup Lyrics

श्याम मनिहारिन रूप बनाय के
चल दिए बरसाने की ओर
श्याम मनिहारिन रूप बनाय के
चल दिए बरसाने की ओर।
बरसाने की ओर चल दिए,
बरसाने की ओर।
नाक बीच नथ बेसर सोहे,
नैन काजल लागी कोर।
पाँव पजेब अनवट बिछुआ,
नूपुर की झनकोर।

बाँह बरा बाजूबन्द छन
चूड़ी, मेहंदी लग रही कोर,
गले गुलूबंद हरवा सोहे,
मेहँदी लग रही कोर।

पहर कुसुम रंग सारी सुन्दर,
चोली लग रही कोर,
तरह तरह की चुरियाँ पहरो,
करते फिरते शोर।

हरी जंगाली काली पीली,
लाए सब रंग ज़ोर,
अपने महल से राधा बोली,
आवत हैं चितचोर।


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