अर्जुन क्वाथ (काढ़ा ) परिचय और लाभ Benefits of Arjuna Kvath(Kadha)
अर्जुन का परिचय
अर्जुन क्वाथ (काढ़ा) अर्जुन के पेड़ की छाल से बनाया जाता है। आयुर्वेद में अर्जुन पेड़ (वीरवृक्ष, वीर, धनंजय, कौंतेय, धवल) की महिमा है। इसका वानस्पतिक नाम Terminalia Arjuna है। अर्जुन का पेड़ सदाबहार पेड़ होता है जो हिमालय की तराई, नदी नालों के पास और मुख्यतया उत्तराखंड, बिहार आदि राज्यों में पाया जाता है। यह पेड़ उचाई पर ही पाया जाता है। अर्जुन की छाल का मुख्यतया औषधीय रूप में किया जाता है। अर्जुन की छाल का मुख्य उपयोग हृदय रोगों में होता है। अर्जुन शब्द से आशय सफ़ेद और स्वच्छ से होता है। अर्जुन की छाल के फायदे में सबसे ज्यादा उपकारी टैनिन होता है, इसके साथ पोटाशियम, मैग्निशियम और कैल्शियम भी गुणकारी होते हैं। अर्जुन की छाल के रासायनिक संघटन की बात की जाय तो इसमें बीटा साइटोस्टेरॉल, टैनिन्स और सोडियम, मैग्नीशियम व अल्युमीनियम। अर्जुन की चाल कफ और पित्त का शमन करती है।
अर्जुन क्वाथ के फायदे
अर्जुन क्वाथ अर्जुन पेड़ की छाल से तैयार किया जाता है। अर्जुन की छाल को सुखाकर इसे संगृहीत किया जाता है। आयुर्वेद के ज्ञाता वाग्भट्ट ने अर्जुन छाल के हृदय रोगों में होने वाले लाभों के बारे में बताया था। अर्जुन क्वाथ के सेवन के लाभ निचे दिए गए हैं।
- अर्जुन क्वाथ का मुख्य लाभ हृदय रोगों में होता है। इसकी मात्रा और सेवन विधि और मात्रा के लिए किसी आयुर्वेदाचार्य से राय ली जानी चाहिए। इससे हृदय की सूजन दूर होती है और हृदय में नव शक्ति का संचार होता है।
- अर्जुन क्वाथ से एसिडिटी में राहत प्राप्त होती है।
- रक्तातिसार या पेचिश में भी अर्जुन की छाल के सेवन से लाभ मिलता है।
- अर्जुन की छाल का नीम की छाल के साथ काढ़ा बनाकर सेवन करने से डायबिटीज में लाभ मिलता है।
- मूत्र विकारों में अर्जुन क्वाथ के लाभ प्राप्त होते हैं।
- महिलाओं में अत्यधिक रक्तप्रदर में भी क्वाथ लाभदायक होता है।
- कमजोर हड्डियों और टूटी हड्डियों को जोड़ने में भी अर्जुन के सेवन से लाभ मिलते हैं।
- अर्जुन क्वाथ से कुष्ठ रोग में भी लाभ प्राप्त होता है।
- अर्जुन छाल के सेवन से त्वचा विकार दूर होते हैं।
- अर्जुन क्वाथ के सेवन से अल्सर में भी लाभ प्राप्त होता है।
- अर्जुन की छाल का क्वाथ बनाकर पिने से सूजन में कमी आती है।
- इस क्वाथ के सेवन से रक्त पतला होता है।
- रक्त के ब्लॉकेज को हटाता है। कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी डाउन करता है।
- हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने में भी सहायक होता है।
- अर्जुन क्वाथ से शरीर से विषाक्त प्रदार्थ बाहर निकलते हैं।
- अर्जुन क्वाथ से कफ और खांसी में भी लाभ मिलता है।
अर्जुन की क्वाथ का सेवन कैसे करें/ सेवन विधि
अर्जुन की छाल का उपयोग निश्चित रूप से चिकित्सक की सलाह के उपरांत ही किया जाना चाहिए। अनियमित मात्रा के सेवन से दुष्परिणाम प्राप्त होते हैं।
अर्जुन क्वाथ कहाँ से ख़रीदे
अर्जुन क्वाथ को आप किसी भी आयुर्वेदिक दवा की दूकान से खरीद सकते हैं या फिर आप पतंजलि के नजदीकी स्टोर से भी खरीद सकते हैं। ऑनलाइन खरीदने के लिए आप पतंजलि की ऑफिसियल वेबसाइट जिसका लिंक निचे दिया गया है, पर विजिट करें और अधिक जानकारी प्राप्त करें।
पतंजलि आयुर्वेदा वेब साइट का लिंक :
अर्जुन पेड़ की छाल का उपयोग हृदय रोग, मधुमेह, और उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए किया जाता है। अर्जुन की छाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं। अर्जुन प्रकृति से शीतल और कसैला होता है। यह हृदय के लिए हितकारी होता है और रक्त संबंधी रोगों, मेद या मोटापा, प्रमेह या डायबिटीज, व्रण या अल्सर, कफ तथा पित्त को कम करने में मदद करता है।
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https://www.patanjaliayurved.net/product/ayurvedic-medicine/kwath/arjun-kwath/11
Arjun Kwath is made from extracts of the Arjun bark. It has multifarious benefits and has been used in Ayurvedic decoctions since time immemorial. Arjun Kwath is a very effective cure for all heart-related ailments. It fortifies the organ, strengthens heart muscles, prevents accumulation of plaque, prevents hypertension, controls heart rate, etc. Arjun Kwath is known to be very effective post heart surgery also. It is a completely natural product and has no side effects. Get a healthy heart with Arjun Kwath. Feel the healing touch of Nature's goodness in Ayurvedic medicine.
अर्जुन क्या है What is Arjuna in Hindi
अर्जुन पेड़ एक औषधीय पेड़ है जिसे इसके सफेद रंग के कारण नाम दिया गया है। अर्जुन शब्द का संस्कृत में अर्थ "सफेद" होता है। यह पेड़ भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, और श्रीलंका में पाया जाता है। यह एक बड़ा, सदाबहार पेड़ है जो 60 से 80 फीट तक ऊँचा हो सकता है। अर्जुन पेड़ की छाल सफेद रंग की होती है और इसमें कई गहरे रंग के धब्बे होते हैं। अर्जुन के फूल गुलाबी या सफेद रंग के होते हैं और ये मई से जून तक खिलते हैं। अर्जुन के फल छोटे, गोल और लाल रंग के होते हैं।अर्जुन पेड़ की छाल का उपयोग हृदय रोग, मधुमेह, और उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए किया जाता है। अर्जुन की छाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं। अर्जुन प्रकृति से शीतल और कसैला होता है। यह हृदय के लिए हितकारी होता है और रक्त संबंधी रोगों, मेद या मोटापा, प्रमेह या डायबिटीज, व्रण या अल्सर, कफ तथा पित्त को कम करने में मदद करता है।
अर्जुन Arjuna By Acharya Balkishan Ji
अर्जुन क्वाथ के कई फायदे हैं। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो अर्जुन की छाल से बनाई जाती है। अर्जुन की छाल में कई औषधीय गुण होते हैं जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं।
अर्जुन क्वाथ के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:
अर्जुन क्वाथ के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:
हृदय रोग
अर्जुन क्वाथ में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह रक्त के थक्के बनने को रोकने, रक्तचाप को कम करने, और हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
मधुमेह: अर्जुन क्वाथ में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
मधुमेह: अर्जुन क्वाथ में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
उच्च रक्तचाप
अर्जुन क्वाथ में रक्तचाप को कम करने के गुण होते हैं। अर्जुन क्वाथ में रक्तचाप को कम करने के गुण होते हैं। यह रक्त में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, जो रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने और रक्तचाप को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। अर्जुन क्वाथ में रक्त के थक्के बनने को रोकने के गुण भी होते हैं, जो रक्तचाप को और बढ़ा सकते हैं।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग उच्च रक्तचाप के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और हृदय को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग उच्च रक्तचाप के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और हृदय को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
मोटापा
अर्जुन क्वाथ में चयापचय को बढ़ावा देने के गुण होते हैं जो वजन कम करने में मदद कर सकते हैं। अर्जुन क्वाथ में चयापचय को बढ़ावा देने के गुण होते हैं जो वजन कम करने में मदद कर सकते हैं। यह शरीर में मौजूद वसा को तोड़ने और ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। अर्जुन क्वाथ में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान से बचा सकते हैं, जो वजन बढ़ने में योगदान दे सकते हैं।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग मोटापे के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह वजन घटाने के प्रयासों को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग मोटापे के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह वजन घटाने के प्रयासों को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है।
अल्सर
अर्जुन क्वाथ में घाव भरने के गुण होते हैं जो अल्सर को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। अर्जुन क्वाथ में घाव भरने के गुण होते हैं जो अल्सर को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। यह अल्सर के आसपास के ऊतकों को ठीक करने और सूजन को कम करने में मदद करता है। अर्जुन क्वाथ में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान से बचा सकते हैं, जो अल्सर के विकास में योगदान दे सकते हैं।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग अल्सर के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह अल्सर को ठीक करने और भविष्य में होने वाले अल्सर को रोकने में भी मदद कर सकता है।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग अल्सर के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह अल्सर को ठीक करने और भविष्य में होने वाले अल्सर को रोकने में भी मदद कर सकता है।
कफ और पित्त
अर्जुन क्वाथ में कफ और पित्त को कम करने के गुण होते हैं। अर्जुन क्वाथ में कफ और पित्त को कम करने के गुण होते हैं। यह शरीर से अतिरिक्त कफ और पित्त को निकालने में मदद करता है, जिससे इन दो दोषों के कारण होने वाले लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
अर्जुन क्वाथ में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कफ और पित्त के कारण होने वाली सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
काढ़ा: अर्जुन क्वाथ का काढ़ा बनाकर पीने से हृदय रोग, मधुमेह, और उच्च रक्तचाप के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
पाउडर: अर्जुन क्वाथ का पाउडर बनाकर पानी के साथ मिलाकर पीने से मोटापा कम करने और अल्सर को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
अर्क: अर्जुन क्वाथ का अर्क बनाकर पीने से कफ और पित्त को कम करने में मदद मिल सकती है।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग करने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना उचित है।
अर्जुन क्वाथ में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कफ और पित्त के कारण होने वाली सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
काढ़ा: अर्जुन क्वाथ का काढ़ा बनाकर पीने से हृदय रोग, मधुमेह, और उच्च रक्तचाप के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
पाउडर: अर्जुन क्वाथ का पाउडर बनाकर पानी के साथ मिलाकर पीने से मोटापा कम करने और अल्सर को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
अर्क: अर्जुन क्वाथ का अर्क बनाकर पीने से कफ और पित्त को कम करने में मदद मिल सकती है।
अर्जुन क्वाथ का उपयोग करने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना उचित है।
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