नवजात शिशु को गैस से छुटकारा दिलाये Gas Problem in new born babies
नवजात शिशु को गैस की समस्या
यदि आपका शिशु गैस से परेशान है तो आप इस सबंध में डॉक्टर से राय ले सकते हैं और कुछ घरेलु नुस्खों का उपयोग भी कर सकते हैं जो हमें हमारे बड़े बूढ़ों के अनुभव से प्राप्त हुए हैं। यदि आप इन नुस्खों को अपना चुके हैं और शिशु की स्थिति में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा हो तो इस विषय में समय व्यर्थ किये बगैर शिशु को चिकित्सक को दिखाना चाहिए। यहाँ जो आपको घरेलु नुस्खे बताये जा रहे हैं वो प्राथमिक और सामान्य गैस की परेशानी से सबंधित हैं।
गैस की समस्या के हो जाने पर शिशु का पेट फूला हुआ सा रहता है और उसमे ऐंठन होने की वजह से शिशु अक्सर रोता रहता है। इसके साथ ही गैस के विकार के कारन शिशु के पेट में जगह नहीं होने की वजह से वह प्रयाप्त दूध का भी सेवन नहीं कर पाता है और चिड़चिड़ा होकर रोने लगता है। नवजात शिशु आपको बोलकर अपनी समस्या को बता नहीं सकता है तो आप स्वंय उस पर ध्यान दीजिये। शिशु को गैस होने पर कम दूध के सेवन पर भी उसका पेट फूला हुआ प्रतीत होता है। शिशु ऐंठन लेकर रोने लगता है और चिड़चिड़ा हो जाता है।
शिशु को गैस की समस्या क्यों होती है
गैस की समस्या के समाधान से पहले कुछ संभावित कारणों पर आप ध्यान आकृष्ट कीजिये जिनके कारण से शिशु में गैस की समस्या उत्पन्न होती है।
गैस की समस्या में सबसे पहला कारण होता है शिशु को स्तनपान करवाते वक़्त दूध के साथ शिशु के पेट में हवा का प्रवेश। शिशु भूखा होने की वजह से जल्दी जल्दी दूध पीना चाहता है और अक्सर निप्पल को सही से मुंह में लिए बिना ही निगलने का प्रयाश करता है। इस विषय में आप ध्यान दें की जब भी शिशु को स्तनपान करवाएं शिशु को सीधा सुला लें और निप्पल को अच्छे से उसके मुंह में डाल देना। निप्पल के सही सम्पर्क में आने पर शिशु रोता भी नहीं है और तसल्ली से दूध का सेवन करता है।
शिशु की गैस की समस्या के घरेलु नुस्खे : नवजात शिशु को गैस से छुटकारा दिलाये Gas Problem in new born babies
- हलके गुनगुने पानी में चुटकी भर हींग मिलाये और हींग के पानी को शिशु के पेट पर मलें। हींग के पानी से कुछ ही देर में शिशु का तना हुआ पेट नार्मल हो जाता है और गैस रिलीज़ हो जाती है। हींग एक तेज मसाला होता है इसलिए इसकी ज्यादा मात्रा शिशु को हानि पहुँचाती है। छह महीने से कम आयु के शिशु को किसी भी स्थिति में गैस दूर करने के लिए ओरल दवा नहीं देनी चाहिए और ना ही घरेलु नुस्खे ही अपनाने चाहिए।
- आप ध्यान रखें की शिशु को दूध पिलाने के दौरान आप शांत वातावरण का चयन करें इससे उसका ध्यान भंग नहीं होगा। शिशु का ध्यान भटकने से वह स्तनपान को छोड़कर रोने लगता है जिससे रोते वक़्त उसके द्वारा हवा को गटकने की सम्भावना बढ़ जाती है।
- आप यह नियम बनाये की दूध पिलाने के बाद कुछ देर तक उसे सीने से चिपका कर रखें। शिशु को सीधा रखने से उसके पेट में जमा अतिरिक्त हवा डकार के माध्यम से बाहर निकल जायेगी और शिशु भी नार्मल हो जाएगा।
- आप शिशु को नहलाने के बाद बहुत ही धीरे धीरे उसके पेट की मालिस कर सकते हैं और उसके पेट को हलके से साईकिल चलाने की मुद्रा में हिलाने पर भी गैस की समस्या दूर हो जाती है।
शिशु को गैस से राहत दिलाने के लिए घरेलू नुस्खे
शिशुओं को गैस की समस्या होना आम बात है। गैस की वजह से शिशु को पेट में दर्द, ऐंठन, और चिड़चिड़ापन हो सकता है। गैस की समस्या को दूर करने के लिए कई तरह के घरेलू नुस्खे अपनाए जा सकते हैं।
हींग
हींग एक प्राकृतिक गैस-निवारक है। गैस की समस्या होने पर शिशु की नाभि पर हींग का पेस्ट लगाएं। इससे शिशु की गैस बाहर निकल जाएगी और उसे दर्द से निजात मिलेगी। हींग एक प्राकृतिक गैसरोधी है, जो शिशु के पेट में गैस को कम करने में मदद कर सकती है। शिशु को गैस होने पर उसकी नाभि के आसपास हींग का पेस्ट लगाने से आराम मिल सकता है।
मालिश
शिशु के पेट की मालिश करने से भी गैस की समस्या में आराम मिलता है। इसके लिए शिशु को पीठ के बल लिटाकर पेट पर थोड़ी देर सर्कुलर मोशन में मसाज करें। शिशु की मालिश करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसके पेट पर I, L और Y अक्षर लिखने की नकल करें। इस 'आई लव यू' मसाज तकनीक को अपनाने से शिशु की गैस बाहर निकल जाएगी। पेट की मालिश भी शिशु के पेट में गैस को कम करने में मदद कर सकती है। शिशु को पीठ के बल लिटाकर पेट को धीरे-धीरे गोल-गोल घुमाते हुए मालिश करें।
दूध पिलाते समय बच्चे का सिर ऊपर रखें
बोतल से दूध पिलाते समय शिशु का सिर पेट से थोड़ा ऊपर की तरफ रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार बच्चा बोतल से दूध पीते समय तेजी से दूध खींचता है, जिसकी वजह से उसके पेट में हवा चली जाती है। लेकिन दूध पिलाते समय शिशु के सिर ऊंचा रखने से वह आसानी से डकार के साथ गैस को बाहर निकाल पाएगा।
पेट की सिंकाई
पेट में गैस बनने से शिशु अगर परेशान हो रहा है तो उसे तुरंत राहत पहुंचाने के लिए उसके पेट की सिंकाई करें। इसके लिए गुनगुने पानी में तौलिया भिगोकर निचोड़ लें। इस तौलिए को शिशु के पेट के ऊपर रखें। इस उपाय को करने से शिशु को पेट में गैस और ऐंठन की समस्या में आराम मिलेगा।
घुटनों से साइकिल चलवाएं
शिशु जब गैस पास नहीं कर पाता है तो दर्द से रोने लगता है। ऐसे में उसे राहत देने के लिए पीठ के बल लिटाकर उसके घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को उठाएं और साइकिल चलाने जैसा बिहेव करें। ऐसा करने से पेट में फंसी गैस बाहर निकल जाती है। शिशु को पीठ के बल लिटाकर उसके घुटनों को मोड़कर पैरों को उठाएं। ऐसा करने से शिशु के पेट में फंसी गैस बाहर निकल जाती है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- यदि आपका शिशु गैस की समस्या से परेशान है, तो उसे डॉक्टर से दिखाना भी जरूरी है।
- गैस की समस्या को दूर करने के लिए इन घरेलू नुस्खों को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- यदि आपके शिशु को गैस की समस्या के साथ अन्य कोई लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
शिशु को गैस से बचाने के लिए उपाय
- शिशु को स्तनपान कराएं। स्तनपान से शिशु के पेट में गैस की समस्या कम होती है।
- शिशु को बोतल से दूध पिलाते समय दूध की बोतल को धीरे-धीरे चलाएं, ताकि शिशु के पेट में हवा न जाए।
- शिशु को ठोस आहार देना शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- शिशु को पेट में गैस बनने वाली चीजों से बचाएं, जैसे कि वसायुक्त भोजन, फलियां, और ब्रोकोली।
- शिशु को नियमित रूप से हिलाएं और मालिश करें।
गैस ड्रॉप्स का उपयोग
बाजार में कई तरह की गैस ड्रॉप्स उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग शिशु को गैस होने पर किया जा सकता है। हालांकि, इन ड्रॉप्स का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
शिशु को गैस होने से बचाने के लिए उपाय
- शिशु को धीरे-धीरे दूध पिलाएं: शिशु को जल्दी और ज्यादा दूध पिलाने से उसके पेट में हवा चल जाती है, जिससे गैस बन सकती है।
- शिशु को दूध पिलाने के बाद डकार दिलाएं: शिशु को दूध पिलाने के बाद डकार दिलाने से उसके पेट में हवा बाहर निकल जाती है, जिससे गैस बनने की संभावना कम हो जाती है।
- मां को गैस पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से बचें: मां को ऐसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, जो बच्चे को गैस पैदा कर सकते हैं। इनमें ब्रोकोली, गोभी, प्याज, लहसुन, चॉकलेट, कैफीन और अल्कोहल आदि शामिल हैं।
शिशु को गैस होने पर क्या नहीं करना चाहिए
शिशु को गैस होने पर निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- शिशु को पेट के बल न लिटाएं: शिशु को पेट के बल लिटाने से उसके पेट में गैस और ज्यादा बढ़ सकती है।
- शिशु को हिलाना-झुलाना: शिशु को हिलाना-झुलाना भी उसके पेट में गैस को बढ़ा सकता है।
- शिशु को दूध पिलाने के तुरंत बाद न नहलाएं: शिशु को दूध पिलाने के तुरंत बाद नहलाना भी उसके पेट में गैस को बढ़ा सकता है।
- अगर शिशु को गैस की समस्या गंभीर है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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