मागत माखन रोटी लिरिक्स Mangat Makhan Roti Lyrics Meera Bhajan

मागत माखन रोटी लिरिक्स Mangat Makhan Roti Lyrics Meera Bhajan

 
मागत माखन रोटी लिरिक्स Mangat Makhan Roti Lyrics Meera Bhajan

माखन रोटी। गोपाळ प्यारो मागत माखन रोटी
मागत माखन रोटी
मेरे गोपालकू रोटी बना देऊंगी। एक छोटी एक मोटी
मागत माखन रोटी
मेरे गोपालकू बीहा करुंगी। बृषभानकी बेटी
मागत माखन रोटी
मेरे गोपालकू झबला शिवाऊंगी। मोतनकी लड छुटी
मागत माखन रोटी
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। चरनकमलपा लोटी
मागत माखन रोटी

Magat Maakhan Roti. Gopaal Pyaaro Maakhan Roti Maangata Hai
Magat Maakhan Roti
Meri Gopaalak Roti Banaegi. Thoda Mota
Magat Maakhan Roti
Main Apane Gopaalu Se Shaadi Karoonga. Vrshabh Ki Putri
Magat Maakhan Roti
Main Apane Gopaalak Jhaabala Ko Sinchoonga. Maut Se Ladana
Magat Maakhan Roti
Mira Kahati Hai Bhagavaan Giridhar Naagar. Charanakamalp Loti
Magat Maakhan Roti 
 
 
पुरुष प्रधान समाज में मीरा की भक्ति उनके परिवार वालों के रास नहीं आयी और कई बार उन्हें मारने की कोशिश भी की गयी लेकिन श्री कृष्ण जी ने उन्हें हर आफत से बाहर निकाला, श्री कृष्ण, श्री बांके बिहारी। आखिरकार मीरा बाई ने घर छोड़ दिया और वृन्दावन और द्वारका में कृष्ण भक्ति की। वे जहाँ जाती लोगों का आदर और सत्कार उन्हें प्राप्त होता। मीरा बाई के पदों में ज्यादातर भैरव राग की प्रमुखता है। 

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