तेरो कोई न रोकण हार लिरिक्स Tero Koi Na Rokan Haar Lyrics Meera Baai Ke Bhajan

तेरो कोई न रोकण हार लिरिक्स Tero Koi Na Rokan Haar Lyrics Meera Baai Ke Bhajan

 
तेरो कोई न रोकण हार लिरिक्स Tero Koi Na Rokan Haar Lyrics Meera Baai Ke Bhajan

तेरो कोई न रोकण हार
मगन होय मीरा चली
लाज सरम कुल की मर्यादा
सिर सों दूर करी
मान अपमान दोउ धर पटके
निकसी हूं ग्यान गली
मगन होय मीरा चली

ऊंची अटरिया लाज किवड़िया
निरगुन सेज बिछी
पचरंगी सेज झालर सुभा सोहे
फूलन फूल कली
मगन होय मीरा चली

सेज सुख मणा जीरा सोवे
सुभ है आज धरी
तुम जाओ राणा घर अपणे
मेरी तेरी न सरी
मगन होय मीरा चली

Tero Koee Na Rokan Haar
Magan Hoy Meera Chalee
Laaj Saram Kul Kee Maryaada
Sir Son Door Karee
Maan Apamaan Dou Dhar Patake
Nikasee Hoon Gyaan Galee
Magan Hoy Meera Chalee

Oonchee Atariya Laaj Kivadiya
Niragun Sej Bichhee
Pacharangee Sej Jhaalar Subha Sohe
Phoolan Phool Kalee
Magan Hoy Meera Chalee

Sej Sukh Mana Jeera Sove
Subh Hai Aaj Dharee
Tum Jao Raana Ghar Apane
Meree Teree Na Saree
Magan Hoy Meera Chalee



बाजूबंद कडूला सोहे सिंदूर मांग भरी।
सुमिरण थाल हाथ में लीन्हों सोभा अधिक खरी।।
सेज सुखमणा मीरा सेहै सुभ है आज घरी।
तुम जा राणा घर आपणे मेरी थांरी नाहिं सरी।
मीरा बाई ने लिखा की यदि उनकी भक्ति में कोई बाधक बनता है वे समस्त मान्यताओं का विरोध करती हुयी कृष्ण भक्ति ही करेंग। 

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