आत्म दान की राह बताकर सेवक लिरिक्स
आत्म दान की राह बताकर सेवक Aatm Daan Ki Raah Batakar Sevak Lyrics
आत्मा दान की राह बताकर
सेवक सा विनम्र होकर
येशु ने शिष्यों के पाँवों को धोया
प्रेम संदेस दिया
सेवा का धर्म सिखाकर
अपने को शून्य बनाकर
तुम कहते मुझ को गुरूकर
तो चलना मेरे पथ पर
है एक ही आज्ञा प्यारो
तुम करना प्यार परस्पर
अब से तुम दास नहीं हो
मैंने सबको मित्र कहा है
न किसी को देना हनी
बोलो मुख से मीठी वाणी
तुम मनो मेरा कहना
सब भाईओं जैसे रहना
सेवक सा विनम्र होकर
येशु ने शिष्यों के पाँवों को धोया
प्रेम संदेस दिया
सेवा का धर्म सिखाकर
अपने को शून्य बनाकर
तुम कहते मुझ को गुरूकर
तो चलना मेरे पथ पर
है एक ही आज्ञा प्यारो
तुम करना प्यार परस्पर
अब से तुम दास नहीं हो
मैंने सबको मित्र कहा है
न किसी को देना हनी
बोलो मुख से मीठी वाणी
तुम मनो मेरा कहना
सब भाईओं जैसे रहना
llHOLY THURSDAY SONGll आत्म-दान की राह बताकर ll BY- FR. G FRANCIS ll SHANTI KA RAJA CHANNEL ll
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