महाकाल की सवारी चली रे लिरिक्स Mahakal Ki Savari Chali Re Lyrics

महाकाल की सवारी चली रे लिरिक्स Mahakal Ki Savari Chali Re Lyrics

महाकाल की सवारी चली रे लिरिक्स Mahakal Ki Savari Chali Re Lyrics

ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात
महाकाल की सवारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे
पीछे पीछे दुनिया सारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे

संग है भूत पिशाच निशाचर
ओघड़ भालू देव धुरंधर
संग भीड़ भारी चली
महाकाल की सवारी चली रे

मृत्युंजय शम्भू कैलाशी नीलकंठ
शंकर अविनाशी
संग संग गौरा प्यारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे
पीछे पीछे दुनिया सारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे
महाकाल की सवारी चली रे


आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें