नजर कदै ना लागे नजर कदै ना लागे तू बणा दुज का चांद बाबा नजर कदै ना लागे तनै घणा निहारा आज बाबा नजर कदै ना लागे मैं हरियाणे सै आया, तेरा रूप देख चकराया तेरी बाँकी टेढ़ी चितवन, मेरा हिवड़ा बहुत हर्षाया तेरे घणे निराले ठाठ, नजर कदै ना लागे नजर कदै ना लागे या मकराने की कोठी तेरी आख्यां मोटी मोटी मुल्कै से होले-होले भक्तां पर फेकै गोटी सोह मोर छड़ी थारे हाथ नजर कदै ना लागे नजर कदै ना लागे नैन देख सलौना मेरी हिलरी से पोरी-पोरी अब जन्म-जन्म की बाबा तेरे संग बाँधी डोरी ते बहुत घणा खुर्राट नजर कदै ना लागे नजर कदै ना लागे काला टिका लगावै ले या मिर्ची नीबूं बंधवाले कह ‘हर्ष’ सांवरा खुद तै विपदा त आज बचाले तेरे रूतबे की क्या बात नजर कदै ना लागे नजर कदै ना लागे
तू बना दूज का चाँद बाबा || Narender Kaushik || Haryanvi Super Hit Shyam Bhajan