अगर मैया तेरी किरपा ना होती भजन

अगर मैया तेरी किरपा ना होती भजन

(मुखड़ा)

अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती।।
(अंतरा 1)

दर-दर फिरता,
मैं तो मारा-मारा,
तू जो ना देती,
मैया सहारा।

माँ तू सच्चे दिल से जो,
साथ ना देती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती।।
(अंतरा 2)

युगों-युगों से,
माँ तू ममता लुटाए,
रोते हुओं को,
पल में हँसाए।

तू जो अम्बे रानी,
दयालु ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती।।
(अंतरा 3)

अगर तुम ना भरती,
दीनों की झोली,
ना मनती कभी,
उनके घरों में दिवाली।

सर पे रख के हाथ,
माँ जो खड़ी तू ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)

अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मैया तेरी,
कृपा ना होती।।
 

Agar Maiya Teri Kripa Na Hoti | Navratri Bhajan | अगर मैया तेरी कृपा न होती

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