हो जिनकी प्रथम पूजा भगवान वो न्यारे हैं

हो जिनकी प्रथम पूजा भगवान वो न्यारे हैं

हो जिनकी प्रथम पूजा, भगवान वो न्यारे हैं
गौरा के दुलारे हैं, महादेव के प्यारे हैं
(1)

मजबूर हैं दुखियारे, सब दर्द के मारे हैं,
जो दुख में भी आते हैं, देवा तेरे द्वारे हैं।
(2)

महसूस ये किया है, दिल ने हमारे अक्सर,
देवा की आरती में, सब देव पधारे हैं।
(3)

कैलाश पे भी देवा, काशी में भी है देवा,
जिस ओर भी देखोगे, देवा के नज़ारे हैं।
(4)

मशहूर है दुनिया में, देवा की दयावानी,
वह दीनों के बंधु हैं, दुखियों के सहारे हैं।
(5)

जो नैया को छोड़ेंगे, देवा के भरोसे पर,
मझधार में भी घिरकर, लगते वो किनारे हैं।
(6)

होता है विसर्जन जब, सागर में गजानन का,
सब मिलके लगाते हैं, देवा के जैकारे हैं।
(7)

कोढ़ी को दी है काया, निर्धन को दी है माया,
बांझों के भाग्य बिगड़े, देवा ने संवारे हैं।
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