श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है लिरिक्स Shyam Teri Bansi Paagal Kar Jaati Hai Lyrics

श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है लिरिक्स Shyam Teri Bansi Paagal Kar Jaati Hai Lyrics

 
श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है लिरिक्स Shyam Teri Bansi Paagal Kar Jaati Hai Lyrics

हे श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है
मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती है
सोने की होती जो ना जाने क्या करती
जब बांस की होकर यह दुनिया को नचाती है
तुम गोरे होते जो ना जाने क्या करते
जब काले रंग पे यह दुनिया मर जाती है
कभी रास रचाते हो, कभी बंसी बजाते हो
कभी माखन खाने की मन में आ जाती है
जय गोविंदा जय गोपाला
मुरली मनोहर मुरली वाला
 

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