बरसाने की रंगली गली में बाजे खूब बधाई है लिरिक्स Barsane Ki Rangali Gali Me Lyrics

बरसाने की रंगली गली में बाजे खूब बधाई है लिरिक्स Barsane Ki Rangali Gali Me Baaje Khob Badhayi Hai Radha Ji Bhajan Lyrics

 
बरसाने की रंगली गली में बाजे खूब बधाई है लिरिक्स Barsane Ki Rangali Gali Me Lyrics

श्री राधा मेरी स्वामिनी
में राधे तेरी दास
जनम जनम मोहे दीजियो
निज चरणों में वास

चल री सजनी चल बरसाने
चल री सजनी चल बरसाने
किरत ने लाली जाई है
बरसाने की रंगली गली में
बाजे खूब बधाई है

भानु बाबा तो झोली भर भर
खूब आज लुटाई है
भानु बाबा तो झोली भर भर
खूब आज लुटाई है
ब्रज के गोपी और ग्वाला
गावे आज बधाई है
भर भर लुटे और लुटावे
खुसी ऐसी छाई है
बरसाने की रंगली गली में
बाजे खूब बधाई है


भानु नलन में राधे झूल रही
पलना है
क्यों तू समय गवाए
संग मेरे तो चलना है
तो चलना है
बाबा बधाई है बधाई है
बाबा बधाई है बड़ाई है
मैया बधाई है 
 

बरसाने की रंगली गली में बाजे खूब बधाई है लिरिक्स Barsane Ki Rangali Gali Me Baaje Khob Badhayi Hai Radha Ji Bhajan Lyrics

Shree Raadha Meree Svaaminee
Mein Raadhe Teree Daas
Janam Janam Mohe Deejiyo
Nij Charanon Mein Vaas

Chal Ree Sajanee Chal Barasaane
Chal Ree Sajanee Chal Barasaane
Kirat Ne Laalee Jaee Hai
Barasaane Kee Rangalee Galee Mein
Baaje Khoob Badhaee Hai

Bhaanu Baaba To Jholee Bhar Bhar
Khoob Aaj Lutaee Hai
Bhaanu Baaba To Jholee Bhar Bhar
Khoob Aaj Lutaee Hai
Braj Ke Gopee Aur Gvaala
Gaave Aaj Badhaee Hai
Bhar Bhar Lute Aur Lutaave
Khusee Aisee Chhaee Hai
Barasaane Kee Rangalee Galee Mein
Baaje Khoob Badhaee Hai


Bhaanu Nalan Mein Raadhe Jhool Rahee
Palana Hai
Kyon Too Samay Gavae
Sang Mere To Chalana Hai
To Chalana Hai
Baaba Badhaee Hai Badhaee Hai
Baaba Badhaee Hai Badaee Hai
 
बरसाना, मथुरा जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है। यह ब्रजभूमि का हिस्सा है, जो कृष्ण और राधा की प्रेम लीलाओं का स्थल है। बरसाना को "राधा नगरी" के नाम से भी जाना जाता है। बरसाना की होली, जिसे "लट्ठमार होली" के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस होली में महिलाएं पुरुषों पर लाठियों से प्रहार करती हैं।
बरसाना में राधा रानी का विशाल मंदिर है, जिसे "लाड़ली महल" के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर 17वीं शताब्दी में ओरछा नरेश ने बनवाया था। बरसाना के चारों ओर अनेक प्राचीन और पौराणिक स्थल हैं। इनमें राधा रानी की अष्टसखीओं के निवास स्थान, मोर कुटी, गहवखन और सांकरी खोर शामिल हैं। 

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